बक्सर: एकदिवसीय यात्रा पर रविवार को बक्सर पहुंचे बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि रिया चक्रवर्ती को बचाने के लिए इमोशनल कार्ड खेला जा रहा है, लेकिन सुशांत के केस में न्याय के लिए मैं अंतिम सांस तक लड़ूंगा. उन्होंने कहा रिया चक्रवर्ती के मामले में सिर्फ गुप्तेश्वर पांडे की जीत नहीं हुई, यह पूरे बिहार की जीत है.
रिया लगातार खुद को छुपा रही थी
डीजीपी ने कहा, " सुशांत सिंह राजपूत बिहार का बेटा था और मुझे मुख्यमंत्री का साथ मिला तो हमने लड़ी लंबी लड़ाई और मामले को मुकाम तक पहुंचाया. रिया के बारे में मैंने शुरू से ही कहा था कि उसका व्यवहार संदेहास्पद है. जब रिया चक्रवर्ती पर बिहार में एफआईआर हुआ तो हम लोगों ने अपनी टीम मुंबई भेजी. लेकिन रिया लगातार खुद को छुपा रही थी."
रिया का व्यवहार संदेह पैदा करता है
उन्होंने कहा कि हमने बार-बार अपील की, कि आप हमारी टीम से मिलें और अपनी बात कहें. लेकिन वह सामने नहीं आईं और गायब हो गई. वहीं वो गृह मंत्री से डिमांड कर रहीं थी कि मामले की सीबीआई जांच हो. जब बिहार पुलिस जाती है तो छुप जाती हैं. मैं यह कहना चाहूंगा कि रिया का व्यवहार संदेह पैदा करता है. लेकिन जब वह गिरफ्तार हुईं और उनके ड्रग टीम की एक्टिव मेम्बर होने की बात सामने आई तो दुनिया की आंख खुल गई.
रिया अकेले नहीं करती थी प्यार
डीजीपी ने कहा कि अब रिया को बचाने के लिए इमोशनल कार्ड खेला जा रहा है. ट्वीट किया जा रहा है कि एक लड़की को प्यार करने की सजा मिल रही है. मैं यह कहना चाहता हूं कि औरत कभी मां बनकर, कभी बहन बनकर प्यार करती है, रिया अकेले प्यार नहीं करती थी. रिया को उनके प्यार करने की सजा नहीं, ड्रग रैकेट से संबंध रखने की सजा मिल रही है.