SSR केस: सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिहार के बेटे को न्याय दिलाने के संघर्ष की पहली जीत- सुशील मोदी
सुशील मोदी ने लिखा कि सुशांत मामले में कांग्रेस और उसके समर्थक आरजेडी जैसे दल बिहार में सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे, जबकि इनकी सरकार मुम्बई में बिहार पुलिस के अफसर को क्वरंटाइन के बहाने हिरासत में लेकर जांच में बाधा डाल रही थी.
पटना: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को एक्टर सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में सुनवाई करते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सूबे के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा, " अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के मामले की जांच सीबीआई से कराने की बिहार सरकार की अपील के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिहार के बेटे को न्याय दिलाने के संघर्ष की पहली जीत है."
उन्होंने लिखा, " इससे जहां यह साबित हुआ कि राज्य की पुलिस संविधान के दायरे में रहकर सही दिशा में काम कर रही थी, वहीं यह भी साफ हो गया कि महाराष्ट्र की कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना की सरकार के दबाव में दोषियों को बचाने की गहरी साजिश चल रही थी. सुप्रीम कोर्ट का फैसला न्याय के रास्ते में राजहठ की दीवार को ढहाने वाला बुलडोजर सिद्ध होगा."
सुशील मोदी ने लिखा, " सुशांत मामले में कांग्रेस और उसके समर्थक आरजेडी जैसे दल बिहार में सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे, जबकि इनकी सरकार मुम्बई में बिहार पुलिस के अफसर को क्वरंटाइन के बहाने हिरासत में लेकर जांच में बाधा डाल रही थी. उस समय आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं ने राहुल गांधी से हस्तक्षेप करने की अपील तक नहीं की. बिहार की जनता कांग्रेस और लालू प्रसाद से इसका हिसाब मांगेगी."
उन्होंने लिखा, " सजायाफ्ता लालू प्रसाद कथित जेल में रहते हुए कोरोना और बाढ़ पर अनर्गल ट्वीट करते रहते हैं, लेकिन उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की ह्रदयहीनता पर चुप्पी साध ली. लालू प्रसाद को न पालघर में साधुओं की हत्या विचलित करती है, न बिहार के उदीयमान अभिनेता को मौत के मुंह में धकेलने वालों को दंडित कराना जरूरी लगता है. जिन कामों के बदले किसी की जमीन नहीं लिखवायी जा सकती, उसमें राजद प्रमुख अपना वक्त बर्बाद क्यों करेंगे?"