कैमूर: बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह सुर्खियों में हैं. सीएम नीतीश कुमार पर उनकी ओर से दिए गए बयानों पर राजनीति गर्म है. अब दूसरी खबर सुधाकर सिंह के बयान पर ही है कि वह मानने के लिए तैयार हैं. नीतीश कुमार के खिलाफ वह एक शब्द नहीं बोलेंगे. उन्होंने यहां तक कह दिया है कि वह अपना मुंह सिल लेंगे. हालांकि इसके पीछे उन्होंने अपनी एक शर्त बताई है. सुधाकर सिंह मंगलवार को कैमूर जिले के मोहनिया डाक बंगला परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह व किसान सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे थे.


सुधाकर सिंह ने खुले मंच से कहा कि किसानों की फसल को खरीदने के लिए मल्टीपल एजेंसी और मंडी कानून बना दीजिए, जीवन भर मुख्यमंत्री रहिए. हम अपने मुंह को सिल लेंगे. कुछ भी नहीं कहेंगे और जरूरत पड़ा तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे. यह दोनों कानून लागू नहीं कीजिएगा तब तक मुझे राजनीति से अलविदा नहीं करा सकते हैं और न ही मेरी जुबान बंद करा सकते हैं.


'बिहार का नहीं हुआ विकास'


सुधाकर सिंह ने आगे कहा कि 2005 के बाद आप कहते हैं कि राज्य का विकास हुआ है लेकिन कैमूर में जो भी धरोहर है वह 2005 से पहले की है. इसके बाद आपने क्या किया इन सारे भवनों को खंडहर बनाया है. आपने 15 सालों में बिहार को आगे बढ़ने नहीं दिया. धान गेहूं खरीद को आगे नहीं बढ़ने दिया. लालू यादव ने इस क्षेत्र के नौजवानों को पढ़ने के लिए वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी की स्थापना करवाई थी. तीन साल में लोगों को डिग्री मिलती थी, लेकिन आपके राज्य में तीन साल की जगह पांच साल में मिलनी शुरू हो गई. आप सत्ता में 17 साल नहीं बल्कि 27 साल रहिए, नौजवानों और किसानों को कोई फर्क नहीं पड़ता.


'देश घूमने की जगह बिहार घूम रहे'


सुधाकर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में जीडीपी दर भी घटा है. आंकड़े नीतीश कुमार के खिलाफ हैं. उन्हें पता है कि गरीब जनता विरोध नहीं करेगी, अगर करेगी तो पुलिस के लाठी-डंडे से पिटवा देंगे. सुधाकर ने कहा कि जब आप (नीतीश कुमार) साथ आए थे तो हम लोगों को विश्वास हुआ था कि आप केंद्र में मोदी सरकार को भगाने के लिए विपक्ष को एकजुट करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. देश घूमने की जगह बिहार का कोना-कोना घूमने जा रहे हैं.


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