पटना: जेडीयू विधायक दिलीप राय और बीमा भारती के खिलाफ पटना के कोतवाली थाने में अपहरण का मामला दर्ज करने वाले पार्टी के एमएलए सुधांशु शेखर कैमरे पर मंगलवार (13 फरवरी) को शांत हो गए. इतना ही नहीं बल्कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में उन्होंने अपनी ही पार्टी के विधायक डॉ. संजीव सिंह पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया था. अब जब कैमरे के सामने दोनों विधायक आमने-सामने हुए तो सुधांशु शेखर को जवाब देते नहीं बना और वह खिसक लिए.


मामला बीते मंगलवार (13 फरवरी) का है. विधानसभा परिसर में विधायक सुधांशु शेखर से पत्रकारों ने सवाल करना शुरू कर दिया. सुधांशु शेखर से पूछा गया कि आपने एफआईआर में डॉ. संजीव सिंह पर आरोप लगाया है. इस पर सुधांशु शेखर ने कहा कि इंटरनेट कॉल के रिकॉर्डिंग में जो भी था हमने शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि वे बहुत कुछ खुलकर नहीं बोले और खिसक लिए.


संजीव सिंह ने कहा- 'पार्टी में कुछ लोग चिरकुट'


सुधांशु शेखर के बयान देते ही जेडीयू विधायक डॉ. संजीव भी पहुंच गए. डॉ. संजीव ने कहा, "बिचारे सुधांशु शेखर जी क्या कर सकते हैं. वह भी परेशान हैं. हमारे दल में दो-तीन चिरकुट लोग हैं जो उनको प्रेशर दे करके एफआईआर करवा दी." हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं बताया. बिना नाम लिए कहा कि कुछ लोग हमारे दल में बिन पेंदी के लोटे हैं जो नामर्द हैं. अगर हिम्मत है तो मेरे सामने आकर बात करते. हमने जो कुछ कहा है नीतीश कुमार ने सब किया है, लेकिन कुछ लोग हैं जिसे दिक्कत हो रही है जिसके कारण आज यह नौबत आई है. उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद है कि जेडीयू के विधायक ही जेडीयू के विधायक पर एफआईआर करते हैं.


हालांकि सुधांशु शेखर ने पत्रकारों से यह जरूर कहा कि सरकार को गिराने के लिए बड़े ऑफर दिए गए थे. उन्होंने कहा कि पांच-पांच करोड़ और मंत्री पद का ऑफर दिया गया था. जांच होगी सब पता चल जाएगा. जेडीयू विधायक डॉ. संजीव पर उन्होंने कहा कि बिहार की जनता एक-एक बात को देख रही है और इसका हिसाब लेगी.


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