Waqf Board Chairman Reaction On JPC: बिहार में शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अफजल अब्बास और सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशादुल्लाह ने वक्फ संसोधन विधेयक का भारी विरोध किया है. दोनों वक्फ बोर्ड के चेयरमैन व जेडीयू नेताओं ने मंगलवार (13 नवंबर) को कहा कि वक्फ संसोधन विधेयक से मुस्लिम समाज बहुत डरा सहमा है. अगर यह लागू हो गया तो देश में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या खड़ी हो जाएगी. इस विधेयक से वक्फ बोर्ड का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.


मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे- अफजल अब्बास


शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सह जेडीयू नेता अफजल अब्बास ने कहा कि जिस संपत्ति को हमारे पूर्वजों ने अल्लाह के लिए दान किया उसको आप कहियेगा कि यह आपकी प्रॉपर्टी है, यह ठीक नहीं. यह विधेयक देश के मुसलमानों को परेशानी में डाल देगा. यह विधेयक नहीं आना चाहिए. तनाव फैल गया है. जेपीसी का बिहार दौरा रद्द हो गया, कल बैठक थी. बैठक की नई तारीख आएगी. जब बैठक होगी तो मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे. जेपीसी का बिहार दौरा क्यों स्थगित हुआ इसका पता नहीं है.


वहीं बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन व जेडीयू नेता इरशादुल्लाह ने कहा कि वक्फ संसोधन विधेयक 2024 मुस्लिम समुदाय के लिए घातक साबित होगा. हम इसके पक्ष में नहीं हैं. पूरे देश के मुस्लिम परेशान हैं. इस विधेयक के कारण वक्फ की संपत्तियों को बचाना मुश्किल हो जाएगा व वक्फ बोर्ड चलाना मुश्किल हो जाएगा. यह जो तर्क दिया जा रहा कि विधेयक लाकर वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोका जाएगा. मैं इस पर कहना चाहता हूं कि जो संपत्तियों को हमारे पूर्वजों ने अल्लाह के लिए दान कर दिया, उसका दुरूपयोग कैसे हो सकता है? जेपीसी के साथ जब बैठक होगी तो मैं अपना पक्ष रखूंगा. जेपीसी का बिहार दौरा किसी कारण से स्थगित हुआ है, कल बैठक होनी थी.


13 नवंबर को थी पटना में जेपीसी की बैठक 


बता दें कि वक्फ संसोधन विधेयक 2024 संबंधी जेपीसी ने बिहार का अपना अध्ययन दौरा स्थगित कर दिया है. जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में यह समिति आज 12 नवंबर को पटना पहुंचने वाली थी. 13 नवंबर को पटना में बैठक थी. 13 नवंबर बुधवार को पटना में जेपीसी वक्फ संसोधन विधेयक 2024 पर सुन्नी-शिया वक्फ बोर्ड, अल्पसंख्यक विभाग, विधि विभाग, बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के साथ चर्चा करने वाली थी.


जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके अलावा कई राज्यों में उपचुनाव भी होने हैं. जेपीसी के कई सदस्य उसमें व्यस्त है. इसलिए बिहार दौरा स्थगित हुआ है. जल्द ही दौरे की नई तारीख तय होगी. संसद के शीतकालीन सत्र में इस विधेयक को पारित कराया जा सकता है.


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