Supaul Food Poisoning: भोज में बची मिठाई खाने से सुपौल में 10 बच्चे बीमार, किसी को उल्टी तो किसी को पेट दर्द और बुखार
पांच दिन पहले गांव में श्राद्ध कर्म का भोज हुआ था. उसी की बची हुई मिठाई खाने से सभी बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए हैं. उपचार के लिए छातापुर पीएचसी में भर्ती कराया गया है.
सुपौलः छातापुर रजवाड़ा पंचायत के वार्ड नंबर-4 में श्राद्ध के बाद बची मिठाई खाने से 10 बच्चे बीमार हो गए. मंगलवार को आठ बच्चों को उपचार के लिए छातापुर पीएचसी में भर्ती कराया गया. वहीं दो बच्चों को निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया. बिमार बच्चे उल्टी, पेट दर्द और बुखार से पीड़ित हैं. पांच दिन पहले गांव में श्राद्ध कर्म का भोज हुआ था. उसी की बची हुई मिठाई खाने से सभी फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) के शिकार हुए हैं.
पीएचसी में मौजूद चिकित्सक सुनील कुमार द्वारा सभी बच्चों का उपचार किया जा रहा है. एक साथ सभी बच्चों के पहुंचने के बाद अफरातफरी की स्थिति बनी रही. प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है. वहीं कुछ बच्चों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी. सभी बच्चे रजवाड़ा पंचायत के वार्ड नंबर-4 स्थित राजवाडा बस्ती के बताए जा रहे हैं.
बची हुई मिठाई बस्ती में बांटी गई
इस पूरे मामले में बच्चे के परिजनों ने बताया कि वार्ड संख्या पांच निवासी रामा सिंह की मां का श्राद्ध कर्म था. कुछ दिन पहले भोज का आयोजन हुआ था. रामा सिंह के रिश्तेदार ने भोज में बची हुई मिठाई मंगलवार दोपहर बस्ती में आकर बच्चों के बीच बांट दी. मिठाई खाने के बाद सभी बच्चों की स्थिति नाजुक होने लगी. इसके बाद बच्चों को लेकर वे पीएचसी आए.
बताया जा रहा है कि कुछ बच्चों का इलाज प्राइवेट क्लिनिक में भी चल रहा है. पीएचसी में भर्ती बच्चों में पांच साल की पाखिया प्रवीण, सात साल की लाडली प्रवीण, आठ साल की नेहा प्रवीण, 20 साल की निशा प्रवीण, चार साल की गुलसितारा प्रवीण, आठ साल का मो. लाडला, छह साल का मो. दिलजान और चार साल का मो. अबुजर शामिल हैं. निजी क्लिनिक में पांच साल के मो. तौफिक और तीन साल के तुफैल का इलाज चल रहा है. डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि फूड पॉइजनिंग का मामला है. बच्चों का समुचित उपचार किया जा रहा है.
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