सुपौल: जिले में इन दिनों पीएम आवास योजना में घुस लेने की बात आए दिन सुर्खियों में रहती है, लेकिन अहम सबूत नहीं रहने के कारण घूसखोर प्रायः बच जाते हैं. इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को मल्हनी पंचायत में स्थानीय ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास सहायक को रंगेहाथ घूस लेते हुए पकड़ लिया और बंधक बना लिया, जिसके बाद इसकी सूचना पाकर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि ने सुपौल सदऱ बीडीयो ज्योति गामी और एसडीएम मनीष कुमार को इसकी सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम मनीष कुमार ने स्थानीय ग्रामीण से पूछताछ की और आवास सहायक ग्रामीणों के कब्जे से मुक्त कराकर अपने साथ ले गए. इस दौरान उन्होंने आगे की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही.


इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि प्रशांत राम नाम का व्यक्ति प्रधानमंत्री आवास सहायक जो कि मल्हनी पंचायत में 5 वर्षों से कार्यरत है. एक सप्ताह पहले 10-15 परिवार से आवास दिलाने के नाम पर दो-दो हजार रुपये लिया. तब सभी को बोल रहा था कि 5 हजार रुपये और लगेगा तब जाकर सबको प्रधानमंत्री आवास मिलेगा. आज बचा हुआ तीन हजार रुपये लेने आया तो तीन लोगों ने तीन हजार रुपये दिया. उसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय मुखिया को दी. मुखिया के पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने आवास सहायक को बंधक बना लिया. मुखिया पहुंच कर जब आवास सहायक की तलाशी की तो सही पाया, जिसके बाद इसकी सूचना एसडीओ मनीष कुमार को दी गई.


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दोनों पहलू पर जांच के बाद होगी आगे की कार्रवाई


वहीं, एसडीओ मनीष कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा सूचना दी गई कि प्रधानमंत्री आवास सहायक आवास देने के नाम पर घूम घूम कर रुपये की वसूली कर रहा था. आवास सहायक से पूछताछ की गई है. अभिलेख की भी जांच करवा लेते हैं, जिससे रुपये मांगने की बात की गई उसका नाम आवास आवंटन लिस्ट में है या लिस्ट में आगे नाम आने वाला है. दोनों पहलू पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.


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