सुपौल: त्रिवेणीगंज थाने की पुलिस (Triveniganj Police) को गुरुवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. पुलिस ने दो महीने पहले हुए विद्यानंद हत्याकांड (Vidyanand Murder Case) का खुलासा किया. साथ ही इस हत्याकांड से जुड़े दो हत्यारोपी को गिरफ्तार भी कर लिया. बताया गया कि नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये लिए गए थे. जब नौकरी नहीं दिलाई गई और पैसे भी वापस नहीं किए गए तो दो युवकों ने मिलकर अधेड़ की गोली मार कर हत्या कर दी थी.


क्या है पूरा मामला? 


एसडीपीओ विपिन कुमार ने बताया कि बीते तीन फरवरी 2023 को त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के गोनहा वार्ड नं-05 स्थित एमबीसी नहर के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था. इस संबंध में त्रिवेणीगंज थाना में अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया गया था. मृतक के परिजनों की ओर से शव की पहचान 40 वर्षीय विद्यानंद कुमार के रूप में की गई थी. इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया था.


इस हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी. इस दौरान पुलिस टीम और जिला सूचना इकाई सुपौल की टीम की ओर से वैज्ञानिक अनुसंधान और साक्ष्य के आधार पर इस हत्याकांड में शामिल हत्यारोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए गए. इसके आधार पर भीमपुर थाना क्षेत्र के चैनपुर वार्ड नंबर तीन निवासी मुंगलाल यादव के 25 वर्षीय पुत्र पवन कुमार यादव और त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के झरकहा वार्ड नंबर आठ निवासी बाबूनंद यादव के 24 वर्षीय पुत्र सुनील कुमार की संलिप्तता पाई गई थी. इसके बाद इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. 


...तो इसलिए की गई हत्या


डीएसपी ने बताया कि मामला मूल रूप से नौकरी के नाम पर पैसों के लेन-देन का है. मृतक विद्यानंद कुमार ने पवन कुमार यादव और सुनील कुमार से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे. नौकरी नहीं लगवाने के बाद नौकरी के नाम पर लिए गए पैसे वापस नहीं करने के कारण पवन कुमार यादव और सुनील कुमार ने मृतक विद्यानंद कुमार को 4 गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने बताया कि मृतक की इस तरह की ठगी में संलिप्तता पाई गई है.


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