सुपौल: जिले के सदर अस्पताल में कार्यरत एक महिला ओटी असिस्टेंट के अवैध क्लीनिक में इलाज के दौरान शुक्रवार को एक गर्भवती महिला की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा. इसे शांत करने में सदर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. मृत महिला के परिजन ने ओटी असिस्टेंट मनीषा कुमारी पर हत्या करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि गुरुवार की शाम में गर्भवती महिला को दर्द उठा, जिसके बाद मनीषा ने फोन पर तुरंत क्लीनिक आने के लिए कहा. जब क्लीनिक पहुंचे तो 15 हजार रुपये वसूलने के बाद गंभीर हालत में सदर अस्पताल रेफर कर दिया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.


दरअसल, हरदी वार्ड नंबर 10 निवासी कुलदीप सरकार की पुत्री 28 वर्षीय नीतू कुमारी गर्भवती स्थिति में चार माह पहले सदर अस्पताल आई थी. इसी दौरान सदर अस्पताल में कार्यरत ओटी असिस्टेंट मनीषा कुमारी ने नीतू के परिजन को अपने निजी क्लीनिक में इलाज करने को कहा और वहां ले जाकर खुद से इलाज शुरू कर दी. गर्भावस्था के लास्ट महीने में गुरुवार को अचानक नीतू को पेन हुआ, जिसके बाद उसे मनीषा के निजी क्लीनिक में लाया गया. यहां मनीषा कुमारी ने खुद मरीज का इलाज किया, पर शुक्रवार को सीरियस होने पर उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.


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दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई


हालांकि, इस मामले पर सीएस डॉ. मिहिर कुमार वर्मा से जब पूछा गया कि सदर अस्पताल में कार्यरत ओटी असिस्टेंट मनीषा कुमारी खुद का क्लीनिक खोलकर खुद ही मरीज का इलाज करती हैं तो उसपर सिविल सर्जन ने कहा कि मामले की जानकारी आप लोगों से ही मिली है. जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.


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