पटनाः एलजेपी के बागी सांसद बुधवार को पटना लौट रहे हैं. इसको देखते हुए पशुपति पारस के समर्थकों ने पटना में एलजेपी दफ्तर के बाहर ढोल और गाना बजाना शुरू कर दिया है. इसके पहले मंगलवार को चिराग पासवान के समर्थकों ने यहां आक्रोश जताया था. इन सबको देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है ताकि टकराव जैसी स्थिति ना हो सके.
इधर, बुधवार की सुबह एलजेपी कार्यालय पहुंचे पशुपति पारस के समर्थकों ने उनका पोस्टर लगाकर संसदीय दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी. समर्थकों ने कहा कि वे ईंट का बदला पत्थर से लेंगे.
एक व्यक्ति एक पद पर ही रह सकता हैः पशुपति
उधर, पटना लौटने के क्रम में पशुपति पारस ने दिल्ली में एबीपी से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि जिसके पास बहुमत रहेगा वही पार्टी में रहेगा. एक व्यक्ति एक ही पद पर रह सकता है. यह संविधान में लिखा गया है. चिराग पासवान तीन पदों पर हैं. रामविलास पासवान थे तो उस समय अलग बात थी. आज पार्टी में तानाशाह है. सूरजभान सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है.
इन पांच सांसदों ने चिराग पासवान से बनाई दूरी
- हाजीपुर से पशुपति पारस
- नवादा से चंदन कुमार
- समस्तीपुर से प्रिंस पासवान
- खगड़िया से महबूब अली कैसर
- वैशाली से वीणा देवी
चिराग पासवान ने बागी सांसदों को पार्टी से निकाला
मंगलवार को चिराग पासवान ने पार्टी के सभी बागी सांसदों को एलजेपी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने ये फैसला लिया था. कहा था कि पशुपति पारस, प्रिंस राज, वीणा देवी, महबूब अली कैसर और चंदन सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने की वजह से ऐसा किया गया है. अब वे पार्टी में किसी भी तरह के फैसले लेने के अधिकारी नहीं होंगे.
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