पटना: आज 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा है. बताया जाता है कि यह सूर्य ग्रहण हाइब्रिड किस्म का होगा, जिसका दुर्लभ नजारा आसमान में दिखेगा. यह वलयाकार ग्रहण और पूर्ण सूर्य ग्रहण का संयोजन होगा. यह शताब्दी में गिनी-चुनी बार ही देखने को मिलता है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार भारत में सूतक का कोई औचित्य नहीं है. इन सबके बीच जानिए क्या कहते हैं पटना के पंडित.


पटना के बड़ी पटन देवी के मुख्य पुजारी विजय शंकर गिरी ने बताया मंदिर में कोई एहतियात नहीं बरती गई है. सामान्य दिनों की तरह मंदिरों में पूजा पाठ होगी. लोग सामान्य दिनचर्या का अनुपालन कर सकते हैं. न ही सूतक लगाया गया है. हम लोग सामान्य दिनों की तरह पूजा कर रहे हैं. पटना के महावीर मंदिर या अन्य मंदिरों में भी सूतक को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है.


सभी मंदिरों में पूजा-पाठ जारी


सूर्य ग्रहण को लेकर ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 12 घंटे का सूतक लगता है. इसके तहत सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले मंदिरों में पूजा-पाठ बंद कर दिया जाता है, लेकिन भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिख रहा है. इसको लेकर प्रदेश के किसी मंदिर में कोई नियम नहीं बनाया गया है. पंडित विजय शंकर गिरी ने कहा कि सभी मंदिरों में पूजा-पाठ सुचारू रूप से चल रहा है.


सूर्य ग्रहण कितने बजे लगेगा?


भारतीय समय के अनुसार सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू हो जाएगा जो दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक चलेगा. इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 24 मिनट तक रहेगी. यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.


सूर्य ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा?


सबसे पहले यह जान लें कि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. कंबोडिया, चीन, अमेरिका, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण प्रशांत सागर दक्षिण हिंद महासागर और न्यूजीलैंड में देखा जा सकेगा.


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