पटना: एक्टर सुशांत आत्महत्या मामले की जांच के लिए मुम्बई गई बिहार पुलिस की टीम को लीड करने पहुंचे तेज तर्रार आईपीएस विनय तिवारी को जबर्दस्ती क्वारंटीन करने के बाद एक बार फिर मुम्बई पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है. इस संबंध में बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने कहा कि "मुंबई में बिहार के आईपीएस अफसर को होम क्वारंटीन करना शर्मनाक है. ये बिल्कुल गलत है."


उन्होंने कहा कि " सबको पता है कि एक सप्ताह से बिहार के चार पुलिस ऑफिसर वहां हैं और पूरा देश देख रहा है कि वो इंवेस्टिगेशन कर रहे हैं. इस मामले में इनके साथ कुछ नहीं हुआ. वो वहां डीसीपी ऑफिस में पुलिस अधिकारियों से मिल रहे हैं. वो भी फ्लाइट से गए थे उनको क्वारंटीन नहीं किया गया और जब कल आईपीएस ऑफिसर को भेजा गया, इस मामले की छानबीन तेज करने के लिए तो उनके साथ ऐसा क्यूं किया गया."


उन्होंने कहा कि "मुम्बई पुलिस को इसकी सूचना भी दी गई थी कि विनय इस फ्लाइट से जा रहे हैं. लेकिन इनके रहने और इंवेस्टिगेशन में मदद करने के नाम पर मुंबई पुलिस ने कुछ नहीं कहा. जब एयरपोर्ट पर भी हमारे अधिकारी पहुंचे तो वहां स्क्रीनिंग होता है, वहां उन्हें कुछ नहीं हुआ और रात में जब इन्होंने इंवेशिगेशन शुरू की तो देर रात BMC ने इनको क्वारंटीन कर दिया. ये बेहद शर्मनाक है, ये कहीं से भी उचित नहीं है और ऐसा करने के बाद लोगों के मन में जो शक था उसमे कहीं न कहीं सत्यता दिख रहा है." संजय ने कहा कि " मामला राज्य सरकार के संज्ञान में आया है और राज्य सरकार निश्चित रूप से इस सारे मामले को देखकर कोई निष्कर्ष निकालेगी."


मालूम हो कि सुशांत सिंह आत्महत्या मामले की जांच करने पहुंचे बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुम्बई पुलिस से जबरदस्ती क्वारंटीन कर दिया है. इस बात की जानकारी बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट कर दी थी. उन्होंने रविवार रात 1.07 बजे ट्वीटर पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा था कि "ये हैं बिहार कैडर के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में आज रात 11 बजे जबरदस्ती क्वोरंटीन कर दिया गया. अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस में जांच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गए थे. अब ये यहां से कहीं निकल नहीं सकते."