(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सुशांत खुदकुशी मामला: सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नेता से लेकर अभिनेता तक जानें किसने क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सुशांत सिंह मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे नेता-अभिनेताओं ने स्वागत किया है. सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर ट्वीट कर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहें हैं.
पटना: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच पर अपना फैसला सुनाते हुए मामले की सीबीआई जांच पर मुहर लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सुशांत सिंह मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे नेता-अभिनेताओं ने स्वागत किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर तमाम लोग ट्वीट कर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहें हैं.
एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी व्यक्त की है. चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा है कि “सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का मैं स्वागत करता हूं. जांच सीबीआई से हो यह सबकी मांग थी, अब जब सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दे दिया है तो यह जीत सुशांत सिंह राजपूत के करोड़ों प्रशंसको के साथ उनके पिता और परिवार की है. मुझे विश्वास है कि अब जल्द सीबीआई सभी पहलू पर काम करेगी."
इसके साथ ही चिराग पासवान ने वीडियो जारी कर यह भी कहा कि जिस तरह केस को मोड़ने की कोशिश हो रही थी अब जब सुप्रीम फैसला आया है तो मैं चाहूंगा कि केस की दिशा मोड़ने वालों के नाम भी बाहर आए.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, " सबसे पहले सुशांत केस में हमने सड़क से लेकर संसद तक सीबीआई जांच की मांग की थी और उसी का परिणाम था कि 40 दिनों से सोई बिहार सरकार कुम्भकर्णी नींद से जागना पड़ा. आशा है एक तय सीमा के अंदर न्याय मिलेगा.
इधर, बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा कि सच्चाई की जीत हो. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत सिंह के मामले में सीबीआई को जांच करने का आदेश दिया है. वहीं अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा ने ट्वीट कर कहा है कि इस फैसले का सम्मान करें और सीबीआई को अपना काम करने दें. अपने-अपने आधार को निर्णय बनाकर फैसले लेना बंद करें.
मालूम हो कि मुम्बई पुलिस सुशांत सिंह आत्महत्या मामले की सीबीआई जांच के पक्ष में नहीं थी. यह बात तब और ज्यादा खुलकर सामने आई जब पटना में मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद बिहार पुलिस की टीम मामले की जांच के लिए मुम्बई गई थी. मुम्बई पुलिस ने बिहार पुलिस की टीम के साथ जो व्यवहार किया था था, उसके बाद लगातार महाराष्ट्र पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे. साथ ही उद्धव सरकार भी विरोधियों के निशाने पर थी.