पटना: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई ने टेकओवर कर ली है. ऐसे में बिहार पुलिस की टीम जो पटना में एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच के लिए मुम्बई गई थी वो गुरुवार को वापस पटना लौट आई. मुम्बई से वापस लौटी टीम ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि केस सीबीआई को ट्रांसफर हो गया है. ऐसे में अभी हमलोगों का कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा. ये अनुसंधान का एक पार्ट है. उन्होंने बताया कि मुम्बई में कोई परेशानी नहीं हुई, हमलोगों ने अपना काम किया और अब वापस आ गए हैं.
उन्होंने कहा, " हमलोग छुप कर नहीं, आराम से रह रहे थे. मीडिया के माध्यम से पता चल रहा था कि हमलोगों को देखा जा रहा है. लेकिन हमलोगों के पास कोई पहुंच नहीं पाया था. अब हमलोगों ने जो भी जानकारी जुटाई है, वो सब हम सीबीआई को देंगे." अधिकारी से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो अनुसंधान का पार्ट है. हमलोग वहां बच कर थे और यहां से जो निर्देश मिल रहा था, उस अनुसार काम हमलोग कर रहे थे.
IPS विनय तिवारी से मुलाकात के संबंध में उन्होंने कहा, "हमलोगों की उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी. लेकिन विनय तिवारी वहां ऑन ड्यूटी हैं और उनको छोड़ना चाहिए. जो भी पुलिसकर्मी ऑन ड्यूटी है उसको पर्सनल छूट है. जब वो अनुसंधान कर रहे हैं, तो BMC के पदाधिकारियों को उन्हें छोड़ देना चाहिए था क्योंकि वहां उनको गलत तरीके से रखा गया है."
टीम ने बताया, " हमलोगों का जो नॉर्मल कोर्स होता है, उस हिसाब से हम वहां रह रहे थे. बीएमसी वालों ने कभी हमलोगों से संपर्क नहीं किया, अगर करते तो हम उनके सामने होते या हम अपना निर्देश देते कि हम यहां अनुसंधान करने आए हैं. बहुत कुछ इस विषय में ऐसा है जो हम बोल नहीं सकते. हमलोगों से जहां तक अनुसंधान हो सकता था, हमने किया. जो हमें निर्देश मिल रहा था, उसका हम पालन कर रहे थे. अब हमलोग एसएसपी से मिलकर रिपोर्ट सौपेंगे."
उन्होंने बताया कि हमलोग छुपकर नहीं थे, यह हमलोग के अनुसंधान का एक पार्ट है. हमलोगों को ट्रेनिंग मिली है, उस अनुसार हमलोगों को अनुसंधान करना था और हमलोगों ने उसी अनुसार किया. रिया चक्रवर्ती के सवाल पर उन्होंने कहा," ये जांच का मामला है, इसलिए इसपर कुछ कहना ठीक नहीं. हमलोगों को जो भी एविडेंस मिले हैं, बहुत अच्छे एविडेंस हैं और आगे लीगल रूप से जो हमारे सीनियर का निर्देश होगा उस अनुसार हमलोग काम करेंगे."