नीतीश कुमार के संयोजक बनने से पहले सुशील मोदी ने पूछे कड़े सवाल, इन चुनौतियों से कैसे निपटेंगे CM?
Bihar Politics: सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार सौदेबाजी कर रहे हैं. पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की सारी संभावनाएं समाप्त होने पर वे संयोजक पद के लॉलीपॉप से प्रतिष्ठा बचाना चाहते हैं.
पटना: 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है. सूत्रों के अनुसार आज बुधवार (03 जनवरी) को इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के बड़े नेताओं की ऑनलाइन बैठक होगी और सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को संयोजक बनाया जा सकता है. उनके नाम पर मुहर लगने से पहले बीजेपी ने चुनौतियों को लेकर सीएम नीतीश कुमार से कड़े सवाल किए हैं. मंगलवार (02 जनवरी) की शाम बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने बयान जारी करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन में संयोजक का पद मुंशी जैसा पद है.
'संयोजक का काम सूचना देना, आंकड़े जुटाना'
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि संयोजक का पद भी पाने के लिए नीतीश कुमार बीजेपी के साथ जाने का डर दिखाकर सौदेबाजी कर रहे हैं. प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की सारी संभावनाएं समाप्त होने पर अब वे संयोजक पद के लॉलीपॉप से प्रतिष्ठा बचाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि संयोजक का काम बैठकों की सूचना देना और आंकड़े जुटाना भर होता है.
चुनौतियों पर क्या बोले सुशील कुमार मोदी?
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार यदि संयोजक बन ही गए तो क्या वे पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और माकपा के बीच समझौता करा सकते हैं? क्या वे दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस और केजरीवाल के बीच की दूरी पाट सकते हैं? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस को साझा प्रत्याशी के लिए सहमत करना और केरल में कांग्रेस और वाममोर्चा के बीच तालमेल बनाना क्या नीतीश कुमार के संयोजक बनने से संभव हो जाएगा?
आगे सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दो राज्यों में सरकार चलाने वाली केजरीवाल की पार्टी और 200 विधायकों की पार्टी टीएमसी से 44 विधायकों वाले जेडीयू के नेता नीतीश कुमार का क्या मुकाबला है? क्षेत्रीय दल के किसी नेता को दूसरी क्षेत्रीय पार्टी या राष्ट्रीय पार्टी नहीं स्वीकार करेगी.
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