पटनाः बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने एक बार फिर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला है. उन्होंने शिक्षा मंत्री और आरजेडी विधायक चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) की एक पुरानी गलती का हवाला दिया है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से पूछा है कि कारतूसों के शौकीन को शिक्षा मंत्री बना कर छात्रों को क्या संदेश दे रहे नीतीश? सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को ट्विटर पर इसको लेकर अपना बयान भी जारी किया है.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि किताब नहीं कारतूस के शौकीन हैं बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव. इसीलिए दो साल पहले 10 जिंदा कारतूस को छिपा कर लाने के आरोप में आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ. बाद में गलती हो गई कहने पर कोर्ट ने बरी कर दिया. यानी नीतीश कुमार ने मधेपुरा के विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर के रूप में ऐसे दबंग व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाया, जो प्वाइंट 315 की दस जिंदा कारतूस बैग में छिपा कर लाने के आरोप में पकड़े गए थे. ऐसे शिक्षा मंत्री क्या सुधार करेंगे और छात्रों को क्या संदेश देंगे?






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जब राइफल साथ नहीं तब कारतूस क्यों?


सुशील मोदी ने आगे कहा कि हाईकोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया, लेकिन सवाल है कि क्या कोई भूलवश हवाई यात्रा के बैग में 10 जिंदा कारतूस रख सकता है? उन्होंने कहा कि जब लाइसेंसी राइफल साथ नहीं थी, तब चंद्रशेखर ने इतनी कारतूस क्यों छिपा कर रख ली थी? पूछताछ में चंद्रशेखर न हथियार का लाइसेंस दिखा पाए, न कारतूस ले जाने की अनुमति का कोई अधिकृत पत्र उनके पास था. किताब की जगह कारतूसों का शौक रखने वाले को शिक्षा मंत्री बनाकर नीतीश कुमार युवाओं को सरकारी नौकरी पाने लायक नहीं, बल्कि अपहरण उद्योग चलाने में माहिर बनाना चाहते हैं.


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