चक्रव्यूह में नीतीश कुमार! फूलपुर से चुनाव लड़ने से पहले JDU को क्या करना चाहिए? सुशील कुमार मोदी ने बताया
Bihar Politics: सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता पर भरोसा नहीं रहा, इसलिए उत्तर प्रदेश में उनके लिए कोई सुरक्षित सीट खोजी जा रही है.
पटना: बिहार की राजनीति में इन दिनों यूपी के फूलपुर की खूब चर्चा हो रही है और साथ में बयानबाजी भी जारी है. गुरुवार (3 अगस्त) को बयान जारी करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) लोकसभा का चुनाव यूपी के फूलपुर से लड़ें या गृह जिला नालंदा से, उनकी जमानत जब्त होगी. उनका जनाधार खिसक चुका है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 2014 के संसदीय चुनाव में जेडीयू बिहार की 40 में सिर्फ दो सीट जीती थी. इनमें नालंदा सीट पर वह मात्र आठ हजार वोटों के अंतर से विजयी हुई थी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता पर भरोसा नहीं रहा, इसलिए उत्तर प्रदेश में उनके लिए कोई सुरक्षित सीट खोजी जा रही है.
बीजेपी नेता ने कहा- अपनी हैसियत जान लेनी चाहिए
इस दौरान सुशील कुमार मोदी ने यह भी कहा कि फूलपुर से चुनाव लड़ने से पहले जेडीयू को उत्तर प्रदेश विधानसभा के पिछले चुनाव में जीरो पर आउट होने की अपनी हैसियत जान लेनी चाहिए. पार्टी ने डेढ़ दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सभी जगह उसकी जमानत जब्त हुई.
सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि वे दोनों जगह चुनाव लड़ लें, ताकि खुद को लेकर उनके भ्रम दूर हो जाएं. एक तरफ नीतीश कुमार कहते हैं कि प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं, दूसरी तरफ समर्थकों से नारे लगवाते हैं - "...देश का पीएम नीतीश कुमार जैसा हो". उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पांच साल में न कभी फूलपुर गए, न उस क्षेत्र के लिए कुछ किया और न उनके पास वहां के लोगों के सामने रखने के लिए बिहार का कोई मॉडल है. फिर किस आधार पर वोट मांगेंगे?
यह भी पढ़ें- Watch: फूलपुर से चुनाव लड़े CM नीतीश कुमार तो क्या होगा? RCP सिंह का आया क्लियर कट स्टेटमेंट