पटना: जेडीयू और आरजेडी के खिलाफ जमकर बयान देने वाले बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने एक बड़ा दावा किया है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार (31 अक्टूबर) को बयान जारी करते हुए एक साल पहले ही भविष्यवाणी कर दी है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू अपना अगला स्थापना दिवस नहीं मना पाएगी.


सुशील मोदी बोले- लगातार घट रही जेडीयू की ताकत


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जेडीयू ने 30 अक्टूबर को अपना 20वां और अंतिम स्थापना दिवस मना लिया है. अगले स्थापना दिवस मनाने से पहले पार्टी समाप्त हो जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले 13 साल में जेडीयू की ताकत लगातार घटी है. 2010 में पार्टी के 115 विधायक थे. 2015 में उनकी सीटें घट कर 75 हुईं और 2020 में 44 पर आ गई.


बीजेपी नेता ने जारी किए गए अपने बयान में यह भी कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदी ने जेडीयू के लिए भी वोट न मांगे होते, तो उन्हें इतनी सीट भी नहीं मिलती. उन्होंने कहा कि जेडीयू ने अपनी स्थापना के समय जिन ताकतों को अपना और बिहार के विकास का शत्रु माना था, उन्हीं ताकतों से दोस्ती कर पार्टी ने खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली.


सुशील मोदी ने आगे कहा कि लालू प्रसाद से हाथ मिलाने और तेजस्वी यादव को अपना सियासी वारिस घोषित करने के बाद जेडीयू के अलग अस्तित्व का कोई औचित्य ही नहीं रहा. पार्टी के सांसदों-विधायकों को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. जेडीयू का आरजेडी में विलय होना एक स्वाभाविक परिणति होगी.


'पीएम तो दूर, मुख्यमंत्री भी नहीं रह पाएंगे'


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि सीएम और उनकी पार्टी के पास कोई जनाधार नहीं बचा है. लव-कुश और अतिपिछड़ा वोट बीजेपी की तरफ आ चुका है. विपक्षी गठबंधन नीतीश कुमार को नेता नहीं मान रहा. उनका पीएम बनना तो दूर, वे मुख्यमंत्री भी नहीं रह पाएंगे. भ्रष्टाचार-अपराध-तुष्टिकरण से समझौता और जनादेश से विश्वासघात कर कोई व्यक्ति बड़ी लकीर नहीं खींच सकता.


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