पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की ओर से लगातार यह कहा जा रहा है कि अब तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को ही आगे बढ़ाना है. इस बयान से बिहार से सियासी गलियारे में एक अलग ही हलचल मच गई है. तेजस्वी यादव के कमान संभालने से क्या होगा यह तो वक्त बताएगा लेकिन इसके पहले ही भविष्यवाणी शुरू हो गई है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा है कि कैसे बीजेपी को फायदा होने वाला है.


'लालू और नीतीश के बीच पहले से तय'


सुशील कुमार मोदी मंगलवार को एबीपी न्यूज़ से बात कर रहे थे. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच यह पहले ही तय हो गया था. लालू अपने जीते जी तेजस्वी को सीएम बनाना चाहते हैं यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है हमारे लिए. जगदानंद सिंह ने पहले ही कह दिया था कि आरजेडी और जेडीयू का विलय होगा. नीतीश कुमार की मजबूरी है क्योंकि पार्टी बचानी है. इससे उलटा हमें फायदा है. अति पिछड़ों का वोट हमारी तरफ पहले ही ट्रांसफर हो चुका है. सीएम के ट्रांसफर से वोटों का ट्रांसफर नहीं होता है. 


'2029 की तैयारी कर सकते हैं नीतीश'


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार चाहें तो 2029 की तैयारी कर सकते हैं क्योंकि 2024 में तो पीएम की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि दस नेता अगर एक मंच पर आ जाए तो भी वोट एकजुट नहीं होगा. जिनके साथ आना चाहते हैं वो उन्हें केंद्रीय नेतृत्व में स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसके लिए जेपी जैसा नेता चाहिए जो इनमें से कोई नहीं है जो विपक्ष को एकजुट कर सके. केजरीवाल हों, ममता हो फिर या केसीआर. विपक्षी एकता मरे हुए घोड़े की तरह है. कहा कि नीतीश कुमार आज 44 विधायकों के नेता हैं और विलय के बाद सवा सौ विधायकों के नेता बन जाएंगे. इससे ज्यादा कुछ नहीं होगा.


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