पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने अयोध्या में बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले का स्वागत किया है. बीजेपी नेता ने इस घटना का खुद को चश्मदीद गवाह बताते हुए कहा कि यह कोई पूर्व सुनियोजित षडयंत्र नहीं था. उन्होंने बुधवार को कहा कि इससे आडवाणी सहित कई लोगों को न्याय मिला है.
अदालत का फैसला आने के बाद सुशील कुमार मोदी ने कहा, ''इस मामले का मैं चश्मदीद गवाह रहा हूं. वहां पर जो मंच बना था, उसका मैं संचालन कर रहा था. कोई पूर्व सुनियोजित षडयंत्र नहीं था. वहां पर उपस्थित जो भीड़ थी उसने आवेश में आकर पूरी घटना को अंजाम दिया.''
सुशील मोदी के अनुसार, ''मंच से आडवाणी सहित अन्य नेताओं ने रोकने का काफी प्रयास किया, मगर भीड़ उन्मादी थी और किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं थी. पूरी घटना से आडवाणी सहित वहां उपस्थित तमाम नेता काफी दुखी थे.'' उन्होंने कहा कि अदालत ने बुधवार को इस पर अपनी मुहर लगा दी है. अदालत का फैसला स्वीकार और स्वागत योग्य है.
सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया गया
बता दें कि बाबरी विध्वंस मामले में लखनऊ स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, महंत गोपालदास, विनय कटियार और उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया गया है. जज एसके यादव ने कहा है कि विवादित ढांचा गिराने की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी और ये घटना अचानक हुई थी.
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