पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को शराबबंदी कानून के तहत अभी तक गिरफ्तार करीब 8.35 लाख लोगों पर से मुकदमें वापस लेने पर जोर देते हुए सरकार से कई सवाल पूछे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि ये लाखों लोग हत्या, अपहरण, दुष्कर्म, बैंकलूट जैसे किसी गंभीर, संगीन अपराध में नहीं पकड़े गए हैं कि इन्हें माफी देकर सुधरने का मौका ही नहीं दिया गया. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि केवल शराब पीने के कारण इतनी बड़ी संख्या में जो लोग बिहार में 'गुनहगार' हैं, वे दूसरे राज्यों में होते, तो अपराधी के श्रेणी में नहीं आते.
'केवल गरीबों को जेल में डाल जा रहा'
मोदी ने कहा कि शराबबंदी कानून के तहत केवल ऐसे गरीबों को जेल में डाला जा रहा है, जो 2000 रुपये जुर्माना नहीं दे सकते. इस स्थिति में अमीर लोग आसानी से छूट जाते हैं. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जब 6 साल के दौरान शराबबंदी कानून में तीन बार संशोधन किया जा सकता है, तो एक बार आममाफी क्यों नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से जुड़े 4.58 लाख मुकदमों का अभी तक निपटारा क्यों नहीं किया गया.
बीजेपी नेता ने पूछा कि शराब पीने के कारण जो 6.06 लाख लोग गिरफ्तार हुए, उन्हें सजा क्यों नहीं हो पायी और जहरीली शराब पीने से मौत की 30 से ज्यादा घटनाएं हुईं, लेकिन एक भी शराब माफिया को सजा क्यों नहीं हुई. उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी के बाद राज्य में भांग, अफीम, गांजा जैसे मादक पदार्थो का सेवन बढ़ गया है.
नीतीश सरकार से पूछे गए ये 10 सवाल
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शराबबंदी कानून के तहत अभी तक गिरफ्तार सभी 8.35 लाख लोगों पर से मुकदमें वापस लेने पर जोर देते हुए सरकार से कई सवाल पूछे. सुशील मोदी की ओर नीतीश सरकार से पूछे गए ये 10 सवाल.
- जब 6 साल के दौरान शराबबंदी कानून में तीन बार संशोधन किया जा सकता है, तो एक बार आम माफी क्यों नहीं दी जा सकती ?
- शराबबंदी से जुड़े 4.58 लाख मुकदमों का अभी तक निष्पादन क्यों नहीं हुआ?
- शराब पीने के कारण जो 6.06 लाख लोग गिरफ्तार हुए, उन्हें सजा क्यों नहीं हो पायी?
- शराब पीते पकड़े गए लोगों को गंभीर अपराधियों से अलग रखने के लिए डिटेंशन सेंटर क्यों नहीं बनाये गए?
- शराब से जुड़े मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए विशेष अदालतों के भवन आज तक क्यों नहीं बनें?
- ज़हरीली शराब पीने से मौत की 30 से ज्यादा घटनाएं हुईं, लेकिन एक भी शराब माफिया को सजा क्यों नहीं हुई?
- शराबबंदी कानून के तहत अभी तक गिरफ्तार 8.35 लोगों में दलित, आदिवासी और पिछड़ा समुदाय के लोगों की संख्या कितनी है?
- पासी समाज के लाखों लोगों के पुनर्वास की योजना क्यों विफल हुई?
- नीरा उद्योग के प्रोत्साहन का वादा पूरा क्यों नहीं हुआ?
- शराबबंदी के बाद राज्य में भांग, अफीम, गांजा जैसे मादक पदार्थों का सेवन क्यों बढ़ा?
पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने शराबबंदी के मामले में पकड़े गए लोगों को माफी देकर सुधरने का मौका देने की अपील की है.