पटनाः आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की ओर से संपूर्ण क्रांति दिवस की बधाई देने के बाद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर शनिवार को निशाना साधा. बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्य सभा के सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि घरेलू महिला राबड़ी देवी को सीधे मुख्यमंत्री बनवा कर क्या लालू प्रसाद संसदीय लोकतंत्र की व्यवस्था को दुरुस्त करने की ‘क्रांति’ कर रहे थे?
सुशील मोदी ने कहा कि जिसने सत्ता को बेनामी संपत्ति बनाने का निर्लज्ज माध्यम बनाकर जेपी की संपूर्ण क्रांति का विकृत मॉडल पेश किया, उन्हें संपूर्ण क्रांति दिवस पर ज्ञान देने के बजाय प्रायश्चित करना चाहिए! उन्होंने कहा कि जीवन के सभी क्षेत्रों में परिवर्तन लाकर वास्तव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेपी का सपना साकार कर रहे हैं.
‘खुली आंखों से नहीं दिखती संपूर्ण क्रांति’
वहीं, गरीबों को घर-शौचालय और मुफ्त गैस कनेक्शन, दीनदयाल ग्रामीण विद्युतीकरण के जरिए गांवों में बिजली की सुविधा दी गई है. लालटेन युग की विदाई हुई है. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए दोगुनी राशि का कृषि बजट, रासायनिक खाद पर सब्सिडी में 140 फीसद वृद्धि, स्टार्टअप योजना और किसानों को सालाना 6 हजार खाते में डालने वाली किसान सम्मान निधि योजना भी संपूर्ण क्रांति है. खुली आंखों के सामने होती संपूर्ण क्रांति लालू प्रसाद को नहीं दिखती.
सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद बताएं कि चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, बीएड डिग्री घोटाला और लाठी में तेल पिलावन रैली से लेकर सरकारी स्कूलों-अस्पतालों को खोखला करने तक विधायिका-कार्यपालिका को विकृत कौन कर रहा था? बाहुबलियों को संरक्षण देकर और लाठी के बल पर बूथ लूट कर निष्पक्ष चुनाव के तंत्र में जनता की राय को कौन गौण बनाता रहा?
लालू प्रसाद यादव ने किया था यह ट्वीट
दरअसल, शनिवार को ही संपूर्ण क्रांति दिवस की बधाई देते हुए लालू प्रसाद यादव ने एक ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा “जब तंत्र जन पर हावी हो जाए, तंत्र को विकृत बनाकर जन को ही गौण किया जाने लगे तब व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ‘संपूर्ण क्रांति’ अपरिहार्य हो जाता है. संपूर्ण क्रांति दिवस की सभी नागरिकों को शुभकामनाएं! यह सच्चे लोकतंत्र का पर्व है. जन जागरण दिवस है. सजग नागरिकों का दिवस है.
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