पटना: बिहार में जातीय गणना रिपोर्ट (Bihar Caste Survey Report) के बाद जो आंकड़े पेश किए गए हैं उसको लेकर बवाल मचा है. एक तरफ आंकड़ों को फर्जी बताया जा रहा है तो दूसरी ओर राज्य सरकार इन आरोपों को खारिज कर रही है. इस बीच सोमवार (09 अक्टूबर) को पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमला बोला. मुख्यमंत्री के साथ लालू यादव (Lalu Yadav) पर साजिश का आरोप लगाया.


बीजेपी देगी इसका मुंहतोड़ जवाब: सुशील मोदी


बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के इशारे पर तेली, तमोली, चौरसिया,दांगी सहित आधा दर्जन जातियों को अति पिछड़ा सूची से बाहर करने की जो साजिश रची जा रही है, उसे हम सफल नहीं होने देंगे. बीजेपी इसका मुंहतोड़ जवाब देगी.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वैश्य एवं कुशवाहा समाज को बांटने और इनकी आबादी कम दिखाने की मंशा जातीय सर्वे में उजागर हो चुकी है. दूसरी तरफ आरजेडी के एक विधान परिषद सदस्य वैश्य एवं कुशवाहा जातियों को अति पिछड़ा सूची से बाहर कराने के लिए पदयात्रा और सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिन अतिपिछड़ी जातियों ने महागठबंधन को वोट नहीं दिया, उनके विरुद्ध तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.


'अति पिछड़ों की हकमारी बंद की जानी चाहिए'


सुशील मोदी ने कहा कि मुसलमानों में मल्लिक, शेखड़ा और कुल्हिया ऊंची जातियां हैं, लेकिन अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल कर इन्हें आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है. यह भी कहा कि मुसलमानों में जिन्हें शेरशाहबादी जाति का बताया गया है, वे बांग्लादेशी हैं और बांग्ला बोलते हैं. सुरजापुरी को मुस्लिम जाति दिखाया गया है, जबकि सुरजापुरी भाषा है. इन सारी विसंगतियों और त्रुटियों को दूर करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि ऊंची जातियों के मुसलमानों को अति पिछड़ा सूची से बाहर कर अति पिछड़ों की हकमारी बंद की जानी चाहिए.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: क्या फिर NDA के साथ जा सकते हैं नीतीश कुमार? BJP नेताओं के बयान पर विजय चौधरी ने कह दी बड़ी बात