पटनानागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर मचे बवाल के बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने इसके फायदे बताए हैं. मंगलवार (12 मार्च) को बयान जारी करते हुए बीजेपी नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का आभार व्यक्त किया. कहा कि यह कानून देश-विभाजन की ऐतिहासिक त्रासदी के घावों पर मोदी का मरहम साबित होगा.


योजना का लाभ मिलेगा... बन सकेंगे मतदाता


सीएए को लेकर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इससे पड़ोसी मुस्लिम राष्ट्रों में प्रताड़ित अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई समुदाय के लगभग लाखों लोगों को भारत में नए सिरे से सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिलना आसान होगा. मुस्लिम-बहुल पड़ोसी देशों में लंबी प्रताड़ना और अपमान झेल कर भारत में शरण लेने को विवश लोग अब यहां राशन कार्ड बनवा कर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे. मतदाता भी बन सकेंगे. इस मानवतावादी पहल का विरोध क्यों?


'मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए हो रहा विरोध'


सुशील मोदी ने कहा कि सीएए लागू कर बीजेपी ने अपना संकल्प और संविधान निर्माताओं का सपना पूरा किया, जबकि संविधान की दुहाई देने वाले आरजेडी, कांग्रेस और वामदल केवल मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए इस कानून का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस कानून को चार साल पहले संसद पारित कर चुकी है, उसके क्रियान्वयन को चुनाव से जोड़ कर क्यों देखा जा रहा है? इसमें साम्प्रदायिकता कहां है?


आगे बीजेपी नेता ने कहा कि जिन पड़ोसी देशों में मुसलमान बहुसंख्यक हैं और सत्ता धर्मनिरपेक्षता में विश्वास नहीं करती वहां के गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यकों की पीड़ा भारत के विपक्षी दलों को क्यों नहीं दिखती? राहुल गांधी, ममता बनर्जी और लालू प्रसाद का अल्पसंख्यक-प्रेम एक धर्म-विशेष तक सीमित क्यों हैं? 


सुशील मोदी ने कहा, "बांग्लादेश में अपना घर-बार छोड़कर पश्चिम बंगाल एवं अन्य राज्यों में शरण लिए मतुआ समुदाय के लाखों पीड़ित हिंदुओं को सीएए लागू कर भारत सरकार ने वर्षों बाद खुल कर होली मनाने का अवसर दिया. इनके सूने जीवन में रंग भरने वाला कानून विपक्ष को काला क्यों लगता है?"


यह भी पढ़ें- 'एक विशेष समाज खुद को...', नागरिकता संशोधन कानून पर RJD की तीखी प्रतिक्रिया