पटना: कटिहार के बारसोई में अनियमित बिजली को लेकर बुधवार (26 जुलाई) को हुए प्रदर्शन मामले में गोली लगने से दो लोगों की हुई मौत के बाद सियासत तेज हो गई है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने गुरुवार (27 जुलाई) को बयान जारी कर कहा कि कटिहार में बिजली की मांग करने वालों पर गोली चलवा कर दो लोगों की जान लेना और इस बर्बरता को जायज ठहराना शर्मनाक है.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पुलिस की गोली से मारे गए लोहों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए. पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया जाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृह विभाग के मंत्री के नाते नीतीश कुमार को कटिहार गोलीकांड की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.


'एनडीए की सरकार में मिलती थी 18 से 20 घंटे बिजली'


महागठबंधन की सरकार पर हमला करते हुए आगे सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार के समय ग्रामीण क्षेत्रों को 18 से 20 घंटे तक बिजली मिलती थी. आज मात्र चार घंटे बिजली मयस्सर होती है, जिससे ग्रामीणों में व्यापक रोष है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपना घाटा कम रखने के लिए खुले बाजार से बिजली नहीं खरीद रही है, जिसकी मार जनता पर पड़ रही है.


कटिहार गोलीकांड पर सियासत तेज


कटिहार में गोली लगने से हुई दो लोगों की मौत और एक शख्स के जख्मी होने पर सियासत खूब हो रही है. एक तरफ बीजेपी सरकार को घेर रही है तो दूसरी ओर सरकार में शामिल ऊर्जा विभाग के मंत्री बिजेंद्र यादव ने बेतुका बयान दिया है. बिजेंद्र यादव ने गुरुवार को कहा कि अगर कोई बदमाशी करेगा तो पुलिस क्या करेगी? लाठीचार्ज और गोली तो चलेगी.


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