पटनाः बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा के सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने मंगलवार को बयान जारी कर सरकार को नसीहत दी है. सुशील मोदी ने कहा कि निगरानी विभाग के छापे में मगध विश्वविद्यालय (Magadh University) के कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के विभिन्न परिसरों से करोड़ रुपये नकद और अकूत संपत्ति के कागजात बरामद होने के बाद उन्हें बर्खास्त करने के लिए राज्य सरकार को पहल करनी चाहिए. इस मुद्दे पर राजभवन से बेहतर तालमेल होना चाहिए.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आरोपी कुलपति यदि लगातार छुट्टी पर चल रहे हैं और जांच में सहयोग नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ वारंट निकाल कर तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. मगध विश्वविद्यालय (Magadh University) के कुलपति के यहां छापा पड़ने के बाद भ्रष्टाचार के मामले में रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर, वीसी के पीए और चीफ लाइब्रेरियन की गिरफ्तारी हो चुकी है. जांच में तेजी लाने के लिए मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जानी चाहिए.


यह भी पढ़ें- Bihar Cabinet Meeting: कैबिनेट की बैठक से पहले कोरोना पॉजिटिव मिले कई मंत्री, डिप्टी सीएम रेणु देवी भी हुईं संक्रमित


उच्च शिक्षा के बारे में जा रहा गलत संदेश


मगध, पाटलिपुत्र और मिथिला विश्वविद्यालयों के कुलपति जिस तरह के गंभीर आरोपों में घिरे हैं, उससे बिहार की उच्च शिक्षा के बारे में गलत संदेश जा रहा है. पाटलिपुत्र विवि (Patliputra University) के कुलपति आरके सिंह यदि नियुक्ति के 40 दिन बाद भी कार्यभार नहीं ग्रहण कर रहे हैं, तो चयनित पैनल के किसी दूसरे व्यक्ति को नियुक्त किया जाना चाहिए.


मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं. इसके बावजूद उन्हें दो अन्य विश्वविद्यालयों का प्रभारी कुलपति बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. राजभवन और राज्य सरकार को विश्वविद्यालय परिसरों में अनिश्चितता की धुंध साफ करने के लिए कड़े फैसले लेने चाहिए. 


यह भी पढ़ें- अजब-गजबः बिहार के इस शख्स ने 11 बार लगवा ली कोरोना की वैक्सीन, 12वीं डोज भी लेने की कर चुका था तैयारी, जानें पूरा मामला