पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) विपक्षी एकता के लिए मुहिम चला रहे हैं. अलग-अलग राज्यों में जाकर अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मिल रहे हैं. अभी हाल ही में नीतीश कुमार ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, मुंबई में शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मुलाकात की है. लगातार बीजेपी के नेता इस विपक्षी एकता की बात पर सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर हैं. गुरुवार (11 मई) को बयान जारी कर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने हमला बोला.
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने उद्धव ठाकरे का नाम लेते हुए कहा कि इन्हें जैसे बीजेपी को धोखा देकर सरकार बनाने की सजा मिली, वैसे ही नीतीश कुमार को भी जनता सत्ता से बाहर कर पलटी मारने का दंड देगी. सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार और शरद पवार जैसे जो लोग शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने और महाराष्ट्र की शिंदे सरकार के गिरने की उम्मीद में टकटकी लगाए बैठे थे, उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फैसले से झटका लगा.
सोचा था जश्न मनाएंगे: सुशील कुमार मोदी
गुरुवार (11 मई) को मुंबई में नीतीश कुमार ने उद्धव ठाकरे से भेंट की. इसको लेकर सुशील मोदी ने कहा कि इसके लिए वही तारीख चुनी गई जिस दिन सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आना था और सोचा था कि सरकार गिरने का जश्न मुंबई में मनाकर विपक्षी एकता का गुब्बारा उड़ाएंगे. इस मंशा पर पानी फिर गया. सुशील मोदी ने कहा कि विधायकों को अयोग्य ठहराने का निर्णय स्पीकर पर छोड़ने का फैसला स्वागतयोग्य है.
'बिहार में लोग पार्टी छोड़ रहे हैं'
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि नीतीश कुमार उन्हीं दलों को एक करने का नाटक कर रहे हैं, जो महाविकास अघाड़ी के बैनर तले पहले से एक हैं. नीतीश कुमार कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस को या पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी को कहां जोड़ पाए? वे विपक्षी एकता की बातें कर अपना मन बहला रहे हैं और इधर बिहार में लोग डूबती नाव की तरह उनकी पार्टी छोड़ रहे हैं.
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