पटना: जहरीली शराब कांड से प्रभावित दो दर्जन परिवारों से बीजेपी नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने मुलाकात की. रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुशील मोदी ने कहा कि मरने वालों की संख्या 100 पार कर चुकी है. सरकार आंकड़ों को छुपा रही है. पुलिस के डर से बड़ी संख्या में लोगों ने शवों को जला दिया है. अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है. सरकार ने अस्पताल में सही व्यवस्था की होती तो लोगों को बचाया जा सकता था.


इस दौरान सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार के सहयोगी दलों से अनुरोध करते हुए कहा कि आप लोग नीतीश कुमार पर दबाव बनाएं, भले क्रेडिट भी आप ही ले जाएं. कहा कि हम लोग शराबबंदी को खत्म करने के समर्थन में नहीं हैं. जब नीतीश कुमार ने शराबबंदी की घोषणा की थी तो उस समय हम लोग विपक्ष में थे.


राज्य सरकार छुपा रही है आंकड़े


सुशील मोदी ने कहा कि कानून में कहीं पर भी ये प्रावधान नहीं है कि जो पिएगा वो मरेगा. पीने वाले को फाइन किया जा सकता है. मुख्यमंत्री अहंकार के साथ बोलते हैं कि जो पिएगा वो मरेगा. जिस शराब को पीने से सैकड़ों लोगों की मौत हुई है उसको बनाने के लिए स्प्रिट स्थानीय मशरक थाने से आपूर्ति की गई थी. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड में भी राज्य सरकार आंकड़ों को छुपा रही है.


चार लाख मुआवजा देने का प्रवाधान


मुआवजे को लेकर उठ रहे सवाल पर बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ये प्रावधान है कि अगर जहरीली शराब से मौत हो तो मृतक के परिवार को चार लाख रुपये दिए जाएंगे. वहीं उससे घायल होने वालों के परिजनों को दो लाख रुपये दिए जाएंगे. ये रकम शराब बेचने वाले से वसूला जाएगा.


शराब बेचने वाले तेजस्वी के आदमी


सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी वालों को धमकी देते हैं कि बर्बाद हो जाओगे. इस बयान के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बीजेपी से माफी मांगनी चाहिए. छोटे अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया वहीं एसपी और डीएसपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. नीतीश कुमार को जल्द इस्तीफा देकर तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए ताकि वो शराब बेचने वालों पर नियंत्रण पा सकें. क्योंकि ये शराब बेचने वाले तेजस्वी के आदमी हैं.


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