पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाले नीतीश कुमार को फूलपुर और बनारस से चुनाव लड़ने की हसरत पूरी करने से पहले सुरेंद्र यादव (Surendra Yadav) जैसे बाहुबली मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए. वे पहले बिहार को तो सम्भाल लें. क्या देश का  प्रधानमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जैसा होना चाहिए, जिसके मंत्री अफसरों को रोज गाली देते हों और जो खुद बता रहा हो कि उनकी सरकार में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता? उन्होंने कहा कि सुरेंद्र यादव (Surendra Yadav) अतुल अपहरण कांड में जेल जा चुके हैं. उनके नाम से गया के लोग डरते हैं. नीतीश कुमार बताएं कि उन्होंने किसके दबाव में ऐसे व्यक्ति को मंत्री बनाए रखा है? 


'नीतीश कुमार भी अपनी इच्छा पूरी कर लें'


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के सुशासन वाले  उत्तर प्रदेश के किसी भी क्षेत्र से चुनाव लड़कर नीतीश कुमार जीत नहीं सकते. यूपी विधानसभा के पिछले चुनाव में जेडीयू का खाता नहीं खुला था. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल बनारस से प्रधानमंत्री मोदी के विरुद्ध चुनाव लड़ कर बुरी तरह पराजित हुए. अब नीतीश कुमार भी अपनी इच्छा पूरी कर लें, उन्हें कौन रोकता है? समर्थकों से नारे लगवाने और पोस्टर टंगवाने से कोई पीएम नहीं बनता.


सुरेंद्र यादव के बयान पर गरमाई बिहार की राजनीति


बता दें कि बिहार के सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने गया में शुक्रवार को कहा था कि हमारा डॉक्टर से ज्यादा लड़ाई नहीं होती है. हमारी लड़ाई ज्यादातर अधिकारियों से होती है. आज भी कार्यक्रम में पहुंचे हैं तो दो ऑफिसर को गाली बक के ही चले हैं. विजयादशमी के दिन भी घर से ऑफिसर लोग को गाली दे ही रहे थे. पैसा ऑफिसर ज्यादा मांग देता है अगर कम मांगे तो काम चल जाएगा. ज्यादा मांगता है तो मां और बहन की गाली हम नहीं देते हैं, लेकिन जितना डिक्शनरी में गाली पढ़े हैं उतना तो जरूर देते हैं. वहीं, इस बयान पर विपक्ष नीतीश सरकार पर आक्रमक है. इसको लेकर सरकार पर बीजेपी हमलावर है.


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