पटना: महिला आरक्षण बिल (Women Reservation Bill) मंगलवार (19 सितंबर) को लोकसभा में पेश कर दिया गया. लोकसभा में बिल के पारित होने की संभावना है क्योंकि सदन सरकार के पास बहुमत है. कई विपक्षी दलों ने भी बिल का समर्थन किया है. इधर इस बिल को लेकर बयानबाजी भी जारी है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कांग्रेस पर और आरजेडी सुप्रीमो पर बयान जारी करते हुए हमला बोला है.


'आज कांग्रेस इसका श्रेय लेने को कोशिश कर रही'


सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का महिला विरोधी रुख और सरकार गिरने के डर से जो कांग्रेस 2010 में यह विधेयक लोकसभा में पेश करने की हिम्मत नहीं कर पाई वह आज इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि शरद यादव, मुलायम सिंह यादव (दोनों दिवंगत) और लालू प्रसाद के दुराग्रह की वजह से भारत की आधी आबादी पिछले 25साल से विधायिका में आरक्षण पाने से वंचित रही. महिला विधेयक पारित कराने का Sतिहासिक कार्य भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा होगा.


सुशील कुमार मोदी ने नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही के पहले दिन महिला आरक्षण विधेयक पेश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी और कहा कि अब पीएम-पद के दावेदार नीतीश कुमार को यह सुनिश्चित करना चाहिए आरजेडी इस विधेयक के पारित होने में कोई अड़ंगेबाजी न कर सके.


'आज लोकसभा में आरजेडी का एक भी सदस्य नहीं'


बीजेपी नेता ने कहा कि संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने वाला विधेयक जब 1998 में अटल जी की सरकार ने पेश किया था, तब लालू प्रसाद के उकसावे पर उनकी पार्टी के सांसद सुरेंद्र यादव ने तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी के हाथ से छीन कर सदन में विधेयक की कॉपी फाड़ दी थी. उन्होंने कहा कि यह घटना देश के संसदीय इतिहास में काले धब्बे की तरह दर्ज है, लेकिन मातृशक्ति के अपमान का ऐसा पाप लगा कि सुरेंद्र यादव ने फिर कभी लोकसभा का मुंह नहीं देखा और आज लोकसभा में आरजेडी का एक भी सदस्य नहीं है.


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