पटना: बिहार में बाढ़ और कोरोना की बिगड़ते स्थिति को देखते हुए सरकार ने अपनी कमर कस ली है. आनन-फानन अधिकारियों को कई दिशानिर्देश दिए जा रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने प्रेस रिलीज जारी कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिलाधिकारी को विशेष परिस्थिति में नई नाव खरीदने और सुदूरवर्ती इलाकों में ड्रोन की मदद लेने की अनुमति दे दी है. अब ड्रोन के इस्तेमाल से बाढ़ में किसी के फंसे होने की स्थिति और उसके सही लोकेशन को जानने में सहूलियत होगी.


सामुदायिक किचेन और सरकारी नावों की संख्या बढ़ाने के निर्देश


सुशील मोदी ने मुजफ्फरपुर के 11 प्रखंडों की 132 पंचायतों के बीजेपी कार्यकर्ता, वोचडा की विधायक बेबी कुमारी और औराई के पूर्व विधायक रामसूरत राय के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी को सामुदायिक किचेन और सरकारी नावों की संख्या बढ़ाने, पोलीथिन शीट और सूखा राशन आदि के वितरण को तेज करने का निर्देश दिया गया. मोदी ने कार्यकर्ताओं से कोरोना महामारी के दौरान एहतियात बरतते हुए यथासंभव बाढ़ पीड़ितों की अपने स्तर से भी मदद करने का निर्देश दिया.


वहीं सुशील मोदी ने राफेल मुद्दे पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर हमला करते हुए कहा कि " लालू यादव बताएं कि उन्होंने राफेल खरीद मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की क्लीनचिट के बावजूद क्यों चुप्पी साधी? क्या आरजेडी और कांग्रेस देश की वायुसेना को कमजोर रखना चाहती है? मोदी ने कहा कि अगर 20 साल पहले भारत के पास राफेल होता, तो कारगिल विजय में 60 दिन नहीं केवल 6 दिन लगे होते."


विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि "विपक्ष ने राफेल खरीद को टालने की राजनीति कर पाकिस्तान और चीन की मदद की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारगिल सहित पिछले सभी सैन्य टकरावों से सबक लेकर जब वायुसेना की शक्ति बढ़ाने के लिए राफेल विमान खरीदने का फैसला किया, तब कांग्रेस नेे संसद से सड़क तक अड़ंगेबाजी की और प्रधानमंत्री पर अनर्गल आरोप लगाए."


राफेल के पांच विमान वायुसेना के बेड़े में होंगे शामिल


बता दें कि 27 जुलाई को फ्रांस निर्मित पांच अत्याधुनिक लड़ाकू विमान "राफेल" भारत आ रहे हैं, जिसे भारत के प्रशिक्षित पायलट लेकर आएंगे. इन्हें पठानकोट और लद्दाख एयरबेस पर तैनात कर पाकिस्तान और चीन को कड़े संदेश दिए जाएंगे. मालूम हो कि भारत फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीद रहा है, जिससे भारतीय वायुसेना पहली बार राफेल स्क्वाड्रन बनाएगी. खूबियों से लैस राफेल हवा में ही ईंधन भरने, रात में मिसाइल से अचूक लक्ष्य भेदने सहित कई अत्याधुनिक मिशन को सफल बनाने में सक्षम है.