पटनाः बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) कभी भी लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) या उनके शासनकाल पर बोलने का मौका नहीं छोड़ते हैं. आरजेडी के प्रशिक्षण शिविर को लेकर उन्होंने बुधवार को ट्वीट किया और लालू प्रसाद यादव के शासनकाल को लेकर सवाल उठाया.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव के राज में विधानसभा के भीतर नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहते उनकी बांह मरोड़ कर कागज छीनने की कोशिश हुई थी. उस समय वह वक्त था जब विपक्ष को बोलने तक का मौका नहीं दिया जाता था. उन्होंने कहा कि उस दौर में शोरूम से नई गाड़ियां उठा ली जाती थीं. बाजार उनकी पार्टी के गुंडों के डर से शाम होते बंद हो जाते थे.
‘केवल लाठी में तेल पिलाना सिखाया’
लालू प्रसाद यादव पर ही आगे आरोप लगाते हुए सुशील मोदी ने कहा कि उन्होंने ही कभी कोई अनुशासन नहीं माना, केवल लाठी में तेल पिलाना सिखाया. लालू-राबड़ी शासन में सीनियर आईएएस अफसरों को अपमानित कर प्रशासन का मनोबल गिराया जाता था. वे खुद अफसरों को "चप्पल मार कर सीधा करने" की धमकी दे चुके हैं. उनका पूरा करियर ही जब संविधान की मर्यादा, कार्यपालिका की गरिमा, विधान मंडल की परंपरा और समाज की समरसता को तोड़ने वाला रहा, तो वे कार्यकर्ताओं को अनुशासन क्या सिखाएंगे?
बता दें कि आरजेडी ने दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया था. बीते बुधवार को प्रशिक्षण शिविर का आखिरी दिन था. इस दौरान वर्चुअल माध्यम से लालू प्रसाद यादव ने भी पार्टी से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था. इसी प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर सुशील कुमार मोदी ने तंज कसा है और उनपर आरोप लगाया है कि वे कार्यकर्ताओं को अनुशासन क्या सिखाएंगे.
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