पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) को पत्र लिख कर आग्रह किया है कि रेलवे की ग्रुप-डी की परीक्षा और एनटीपीसी परीक्षा के संबंध में परीक्षार्थियों की मांगों के अनुकूल फैसले जल्द किए जाएं. उन्होंने मांग की, कि एनटीपीसी में "एक छात्र - एक रिजल्ट" और ग्रुप डी में दो के बजाय एक परीक्षा लेने सहित सभी मांगों पर छात्रों के अनुकूल निर्णय किया जाए. इसके लिए रेलवे को एनटीपीसी के लिए 3.5 लाख और रिजल्ट प्रकाशित करना चाहिए.
पहले की तरह ही रखा जाए मेडिकल स्टैंडर्ड
मोदी ने आग्रह किया कि रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के परीक्षार्थियों के लिए मेडिकल स्टैंडर्ड भी वही रखा जाए, जो 2019 में परीक्षा का विज्ञापन निकालने के समय तय किया गया था. उन्होंने कहा कि रेलवे रिक्तियों की अपेक्षा डेढ़ गुना अधिक संख्या में परीक्षार्थियों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाए जाने की मांग भी मानी जानी चाहिए.
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सुशील मोदी ने की ये अपील
उन्होंने लिखा है कि सामान्य वर्ग के जिन परीक्षार्थियों को 2019 के बाद ईडब्लूएस सर्टिफिकेट निर्गत हुए, उन्हें भी स्वीकार किया जाए. ईडब्लूएस सर्टिफिकेट प्राप्त करने में 2019 में छात्रों को काफी कठिनाई हो रही थी, क्योंकि उसी समय ईडब्लूएस लागू हुआ था और पदाधिकारियों के सामने इसके बारे में कई बातें स्पष्ट नहीं थीं. मालूम हो आरआरबी द्वारा जारी रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाकर आरआरबी एनटीपीसी के अभ्यर्थियों ने खूब बवाल किया था, जिसके बाद नियुक्ति की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है.
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