पटना: आरजेडी नेता श्याम रजक के दावे के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. पूर्व मंत्री के दावे पर सत्ता पक्ष के नेता लगातार पलटवार कर रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने आरजेडी पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी में लॉयल्टी साबित करने की होड़ के चलते पार्टी नेता एनडीए तोड़ने के बड़बोले बयान दे रहे हैं, इनकी राजनीतिक हकीकत नहीं है.


सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद की पार्टी अपने दर्जन भर एमएलए-एमएलसी को जदयू में जाने से नहीं रोक पाई, जिसका 10 लाख लोगों को एक झटके में सरकारी नौकरी देने का अव्यावहारिक वादा नकार दिया गया. गरीबों-मजदूरों, युवाओं-महिलाओं ने जिस पार्टी के अनुभवहीन वंशवादी नेतृत्व को विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया, उसका कोई न कोई शख्स एनडीए के विधायक तोड़ने के नित-नये बड़बोले दावे कर अपनी लॉयल्टी साबित कर रहे हैं. इनमें कोई राजनीतिक सचाई नहीं.


सुशील मोदी ने केवल आरजेडी ही नहीं कांग्रेस पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राजकुमार राहुल गांधी ने भारत से बाहर किसी अज्ञात स्थान से संदेश देकर देशवासियों को नव वर्ष की बधाई दी और कहा कि उनका दिल उन किसानों के साथ है, जो "अन्यायी शक्तियों" के विरुद्ध लड़ रहे हैं. इस बयान से जाहिर है कि वे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में 130 करोड़ लोगों की निर्वाचित सरकार को "अन्यायी शक्ति" बता कर जनता का अपमान कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि राहुल की टिप्पणी पर कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए और बताना चाहिए कि यह टिप्पणी पार्टी की राय है या नहीं? इससे पहले वे किसानों के फर्जी दस्तखत वाला ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपने की गलती कर चुके हैं.


बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के 7 विधायकों में से 6 विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी में चले गए हैं. इसके बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज है. आरजेडी के वरिष्ठ नेता अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आरजेडी के साथ आने का खुला ऑफर तक दे दिया है. चौधरी ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बना दें, तो उनको 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्षी पार्टियां समर्थन कर सकती हैं.


वहीं, RJD नेता श्याम रजक ने कहा था बहुत जल्द जदयू के 17 विधायक RJD के संपर्क में है. और कभी भी RJD में शामिल हो सकते हैं. हम दल बदल कानून का उल्लंघन नहीं करना चाहते इसलिए उन विधायकों को कह दिया कि यदि वे 28 की संख्या में आते हैं तो उनका स्वागत है.