मोतिहारी: भारत-नेपाल सीमा के रक्सौल बॉर्डर से एक संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से कई दस्तावेज मिले हैं. साथ ही भारत सहित तीन देशों के रुपये भी मिले हैं. नेपाल से भारत में प्रवेश करने के दौरान आव्रजन विभाग ने यह गिरफ्तारी की है. यह बोधगया में बौद्ध भिक्षु बनकर रहता था. आव्रजन विभाग की टीम पूछताछ कर रही है.


इसके पास से दो भारतीय आधार कार्ड, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट के साथ कैनेडियन देश का वीजा मिला है. इसके अलावा कोरियन, नेपाली और भारतीय मुद्रा मिली है. महंगा फोन, ट्रॉली बैग आदि मिला है. गिरफ्तार विदेशी की पहचान बांग्लादेश निवासी श्रवण बरुआ उर्फ रोनाल बरुआ के रूप में हुई है. वो कैसे बांग्लादेश से भारत पहुंचा और भारत में किसकी सहायता से आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं पासपोर्ट बनवाया ये जांच का विषय है.



जाने वाला था साउथ कोरिया


बताया जाता है कि गिरफ्तार श्रवण बरुआ साउथ कोरिया जाने के लिए 15 सितंबर को काठमांडू एयरपोर्ट पहुंचा था, जहां बताया गया कि पहले भारतीय आव्रजन विभाग से एनओसी प्राप्त करनी होगी. इसके बाद साउथ कोरिया जाने की अनुमति मिलेगी. इसके बाद रक्सौल आव्रजन विभाग में 17 सितंबर की शाम को पहुंचा. भारतीय पासपोर्ट पर एनओसी प्राप्त करना चाहा तभी आव्रजन विभाग को शक हुआ. इसके बाद उसके मोबाइल को खंगाला गया तो गैलरी में बांग्लादेश का पासपोर्ट मिला जिसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया. बताया गया कि गिरफ्तार शख्स पूर्व में भारतीय पासपोर्ट से मलेशिया, ताइवान, वियतनाम, वर्मा की यात्रा कर चुका है.


मोतिहारी पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने सोमवार (18 सितंबर) बताया कि जिले भारत-नेपाल सीमा पर हरैया ओपी थाने में आव्रजन विभाग की टीम ने एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार कर सौंपा है. बांग्लादेशी नागरिक के पास से 36 हजार भारतीय रुपये, 4 लाख 90 हजार कोरियन और दो सौ नेपाली रुपये मिले हैं. साथ ही सभी तथ्यों की जांच करते हुए कार्रवाई की जा रही है. 


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