(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Politics: 'मौर्य, मारन, चंद्रशेखर को मिली हिंदुओं को गाली देने की सुपारी', सुशील कुमार मोदी ने जवाब में कही बड़ी बात
Sushil Kumar Modi: सुशील मोदी ने मंगलवार को बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि ये सारे सुपारी किलर केवल हिंदुओं की सहिष्णुता के कारण अपनी नौकरी बचा पा रहे हैं.
पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने मंगलवार (26 दिसंबर) को बयान जारी करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य, डीएमके सांसद दयानिधि मारन और चंद्रशेखर पर हमला बोला. कहा कि एक समुदाय विशेष का थोक वोट लेने के लिए इंडिया गठबंधन ने अपने दूसरे-तीसरे दर्जे के कुछ नेताओं को हिंदू धर्म,राम मंदिर, सनातन संस्कृति और रामचरित मानस पर अनर्गल टिप्पणी करने की सुपारी दे रखी है.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कांग्रेस के प्रियांक खरगे, सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य, द्रमुक के दयानिधि मारन, आरजेडी के चंद्रशेखर और जगदानंद जैसे जिन नेताओं को हिंदू धर्म को धोखा, डेंगू, मलेरिया वगैरह बताने की सुपारी मिली हुई है, उनमें से किसी की हिम्मत नहीं है कि वे आतंकवाद का धर्म बता दें. ये सारे सुपारी किलर केवल हिंदुओं की सहिष्णुता के कारण अपनी नौकरी बचा पा रहे हैं.
'कई दल लोकसभा से लुप्त हो जाएंगे'
बीजेपी नेता ने अपने बयान में यह भी कहा कि तीन हिंदी भाषी राज्यों में इंडिया गठबंधन को राम मंदिर और सनातन धर्म के विरोध का परिणाम झेलना पड़ा, फिर भी वे आत्ममंथन के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से साफ है कि विपक्ष हिंदुओं से घृणा और अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की घिसी-पिटी लकीर से जरा भी हटने वाला नहीं है. सुशील मोदी ने ऐसे नेताओं को जवाब देते हुए कहा कि यदि सनातन विरोधी यही रवैया कायम रहा, तो 2024 के संसदीय चुनाव में इंडिया गठबंधन के सपा-राजद जैसे कई दल लोकसभा से लुप्त हो जाएंगे. तब ये ईवीएम में दोष देखने चलेंगे, खुद में नहीं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने क्या कहा है?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए बयान दिया है कि, "हिंदू धर्म एक धोखा है, वैसे भी 1995 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं, ये लोगों के जीवन जीने की शैली है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी कहा है एक नहीं दो-दो बार कहा कि हिन्दू नाम को कोई धर्म नहीं है बल्कि लोगों का जीवन जीने की एक कला है."
बता दें कि डीएमके सांसद दयानिधि मारन का भी एक आपत्तिजनक बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश और बिहार से तमिलनाडु आने वाले हिंदी भाषी निर्माण कार्य करते हैं या सड़कों और शौचालयों की सफाई करते हैं. इस बयान को लेकर अब यूपी और बिहार में उनके खिलाफ रोष देखा जा रहा है. उनके इस बयान पर बिहार प्रदेश कांग्रेस के पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के सदस्य डॉक्टर चंद्रिका प्रसाद यादव ने लीगल नोटिस भेज दिया है. 15 दिन में माफी मांगने के लिए कहा है नहीं तो वह परिवाद दायर करेंगे.
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