मोतिहारी: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 64वीं सिविल सेवा संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट रविवार को जारी किया गया है. 64वीं बीपीएससी में बिहार के पूर्वी चंपारण के केसरिया प्रखंड के खिजीरपुरा गांव की बहु तब्बू खातून ने सफलता हासिल की है. पहले ही अटेम्प्ट में तब्बू के 190वां रैंक पाया है. उसकी इस सफलता से उसके घर और ससुराल वाले काफी खुश हैं.
दो बच्चों की मां है तब्बू
दो बच्चों की मां तब्बू के सफलता की कहानी जीवन में मेहनत करने और कभी हार ना मानने को प्रेरित करती है. बता दें कि तब्बू ने शुरुआती पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल से पूरी की, जिसके बाद उनसे गांव में ही कॉलेज में दाखिला लिया. गरीब परिवार का होने की वजह से कम उम्र में उसकी शादी कर दी गई. शादी के बाद दो बच्चे हो गए. लेकिन परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी के बीच भी उसने ऑफिसर बनने का सपना नहीं छोड़ा.
जिम्मेदारियों के बीच सपने को साकार किया
सीमित संसाधन और जिम्मेदारियों के बीच तब्बू अपने सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करती रही. इसका नतीजा ये निकला की पहले ही अटेम्प्ट में उसने बीपीएससी की परीक्षा में बाजी मार ली. तब्बू की सफलता से खुश उसके चचेरे देवर मो. इम्तियाज आलम ने बताया कि उसकी भाभी पढ़ने लिखने में काफी तेज थीं, लेकिन संसाधन की कमी और आर्थिक मजबूती नहीं रहने के कारण उन्हें पढ़ाया नहीं जा सका. इसके बावजूद उन्होंने ये मुकाम हासिल किया इसके लिए उन्हें सलाम.
तब्बू की सफलता पर स्थानीय विधायक शालीनी मिश्रा ने भी फेसबुक के माध्यम से बधाई दी. उन्होंने कहा कि बेटियां अब अपने मेहनत और परिश्रम से क्षेत्र गौरवान्वित कर रही है. विधायक के अलावा क्षेत्र के पूर्व विधायक डॉ. राजेश कुमार, सचिन्द्र सिंह, मनोज यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी तब्बू को बधाई दी है.
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