बिहारी मजदूरों पर हमले का दावा महज अफवाह, विधानसभा में गूंजा मामला, तमिलनाडु के DGP बोले- नहीं हुई ऐसी घटना
Bihar News: तमिलनाडु के नाम पर कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वहां से लौटकर बिहार के मजदूर दावा कर रहे हैं लेकिन वहां की पुलिस ने घटना से इनकार किया है.
पटना: तमिलनाडु के नाम पर कई वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुए. बिहार में अफवाह फैली और तरह-तरह के दावे किए गए. बिहार के रहने वाले मजदूरों के साथ बदसलूकी और यहां तक कि हत्या तक की बात सामने आई लेकिन इस पर तमिलनाडु के डीजीपी (Tamil Nadu DGP) ने कहा है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. एबीपी न्यूज वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
एबीपी न्यूज़ ने तमिलनाडु में ही काम करने वाले एक युवक कंचन रविदास से गुरुवार की सुबह फोन पर बात की. कंचन ने बताया कि उसका टिकट था तो पांच दिन पहले ही वह गांव लौट आया है. कंचन ने कहा कि ठेकेदार कहते हैं कि हिंदी वाले यहां से भागो. काम नहीं है. इसी तरह कई और मजदूर और उनके परिजन दावा कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने लगे और अफवाह फैली तो तुरंत तमिलनाडु पुलिस और बिहार पुलिस के डीजीपी ने बात की. सामने आया कि यह एक महज अफवाह है. ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है. अलग-अलग जगहों के पुराने मामलों के वीडियो को तमिलनाडु से जोड़ा गया है.
तमिलनाडु के डीजीपी ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में तमिलनाडु पुलिस द्वारा यह जानकारी दी गई कि उत्तर भारतीयों और हिंदी भाषी लोगों पर हमले को लेकर पोस्ट बिना तथ्यों की पुष्टि किए की गई है. यह भ्रामक तथा अफवाह है. प्रसारित किए जा रहे दो वीडियो में से एक वीडियो तमिलनाडु के त्रिपुर में बिहार और झारखंड के श्रमिकों के बीच झड़प की घटना का है, जबकि दूसरा वीडियो कोयम्बटूर के स्थानीय निवासियों के बीच विवाद की घटना का है. राज्य में सभी हिंदी भाषी सुरक्षित हैं. सभी के मान सम्मान और जीवन की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है.
बिहार के सीएम नीतीश ने लिया संज्ञान
तमिलनाडु की घटना को लेकर सीएम ने गुरुवार को ट्वीट किया. कहा कि उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है. उन्होंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
सदन में उठा मुद्दा, विपक्ष का वॉकआउट
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरी की हत्या और उनकी पिटाई का मामला गुरुवार को बिहार विधानसभा में उठा. सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि दर्जन भर बिहारी मजदूरों की तमिलनाडु में हत्या कर दी गई है. सदन में इस पर चर्चा करना चाहते थे लेकिन डिप्टी सीएम और सीएम मौजूद नहीं हैं. कोई मंत्री बोलने को तैयार नहीं है. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सीएम नीतीश तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाएं. हत्या के लिए सरकार जिम्मेदार है.
तमिलनाडु के श्रम कल्याण मंत्री का बयान
वहीं तमिलनाडु के श्रम कल्याण मंत्री सीवी गणेशन का इस मामले में बयान सामने आया है. सीवी गणेशन ने कहा कि तमिलनाडु में उत्तर भारत के किसी भी श्रमिक के लिए कोई खतरा नहीं है. वे बहुत अच्छा योगदान दे रहे हैं. संबंधित कंपनियां अपने श्रमिकों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं. सभी राज्यों के श्रमिक बिना किसी डर के शांतिपूर्वक और कुशलता से काम कर रहे हैं.
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