मुजफ्फरपुर: वेब सीरीज तांडव के रिलीज होते हीं इसको लेकर विवाद गहराने लगा है. इस वेब सीरीज पर आरोप लग रहा है कि इसमें हिन्दू देवी देवाओं से जुड़े भावना को ठेस पहुंचया गया है, साथ ही समाज में जातिवाद को बढ़ावा देने वाले कई दृश्य भी दिखाए गए हैं. हिन्दू और हिन्दूत्व से जुड़े भावनाओं को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ जातिवाद को बढ़ावा देने को लेकर इस सीरीज पर मुजफ्परपुर में परिवाद दाखिल किया गया है.



अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने अभिनेता सैफ अली खान, अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया, अभिनेता सुनील ग्रोवर सहित 32 अभिनेता व निर्माता पर मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर किया है. वहीं इस मामले में अज्ञात समेत कुल 96 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. इस मामले की अगली सुनवाई 23 जनवरी को होगी.



अधिवक्ता सुधीर ओझा ने इस मामले को लेकर कहा कि जितने भी अभियुक्त है सभी एक दूसरे के साजिश व षडयंत्र के तहत फिल्म तांडव का निर्माण किए हैं. सभी कलाकार अलग अलग भूमिका निभाकर हिंदू से जुड़ी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचा रहे हैं. इसमें जान बुझ कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा गया है, ताकि समाज में हिन्दू देवी देवता के प्रति नफरत पैदा हो.



फिल्म तांडव के फिल्मांकन व दृश्य में भगवान श्री राम और शिव जी का जो दृश्य दर्शाया गया है हकीकत में वैसा नहीं है. उससे हिन्दू भावना को ठेस पहुंचा है, साथ ही फिल्म में जाति और समाज को लेकर कई ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं जिससे समाज में जातिवाद को बढ़ावा मिलेगा.



अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने मुजफ्फरपुर न्यायलय में सोमवार को दफा, 295 क, 298, 504, 153, 153 क, 120 बी के तहत परिवाद दायर किया है. इसमें 32 नामजद और 64 अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है. अभियुक्त में फिल्म से जुड़े सभी अभिनेता, अभिनेत्री, निर्माता आदि शामिल हैं, जिसकी सुनवाई की तारीख न्यायलय ने 23 जनवरी मुकर्रर किया है.