पटना: बिहार में जाति आधारित गणना का मामला हाई कोर्ट पहुंच चुका है. पटना हाई कोर्ट में राज्य सरकार द्वारा की गई याचिका भी मंगलवार (9 मई) को खारिज हो गई. कोर्ट की ओर से कहा गया है कि पहले से जो तय तारीख है उसी पर सुनवाई होगी. कोर्ट की ओर से पहले से सुनवाई के लिए तीन जुलाई का समय दिया गया है. जातीय जनगणना के मामले में महागठबंधन के नेता बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं. इस पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने जवाब दिया है. कहा कि महागठबंधन सरकार बचकानी बात कर रही है.


तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना कराने के लिए बीजेपी हमेशा बढ़-चढ़कर आगे रही है. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक की बात हुई थी तो उस वक्त भी प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी से लोग गए थे. यहां हम सभी लोगों ने मिलकर जातीय जनगणना का समर्थन किया. अब महागठबंधन की सरकार जातीय जनगणना को सही ढंग से नहीं करवा रही है और उस पर मामला हाई कोर्ट में जा रहा है तो वह बीजेपी को बदनाम कर रहे हैं.


'कोई विशेष फायदा मिलने वाला नहीं'


पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि बीजेपी जातीय जनगणना के समर्थन में है, लेकिन जिस ढंग से होना चाहिए था नहीं हो रहा है. सरकार को अपनी कमियों को देखना चाहिए तो वह बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन इससे उनको कोई विशेष फायदा मिलने वाला नहीं है.


कांग्रेसी नीतीश को बेवकूफ बना रही: तारकिशोर


विपक्षी एकता के सवाल पर तारकिशोर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोला. कहा कि राष्ट्रीय कांग्रेस नीतीश कुमार को बेवकूफ बना रही है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नीतीश कुमार को कभी प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेगी. आजादी के बाद से कांग्रेस की कई राज्यों में सरकार रही लेकिन वह धीरे-धीरे खत्म होती गई. अब विपक्ष के रूप में वह भी सही ढंग से काम नहीं कर रही है, इसलिए नीतीश कुमार को आगे किया है. कांग्रेस नीतीश कुमार को झांसा दे रही है.


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