पटना: सूबे में जारी सियासी घमासान के बीच गुरुवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने खुद पर लगे आरोपों के संबंध में सफाई दी. साथ ही विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप तथ्यहीन और बेबुनियाद है. ये राजनीतिक साजिश का हिस्सा है. सात निश्चय के अंतर्गत क्रियान्वित "हर घर नल का जल" बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना है और इन योजनाओं के क्रियान्वयन में संबंधित विभागों द्वारा सरकार के निर्देश के मुताबिक काम कराया गया है.
हर घर पहुंच रहा नल का जल
उन्होंने कहा कि "हर घर नल का जल" स्कीम के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आम जनता को लाभान्वित किया गया है. इस स्कीम की सफलता से घबराहट में विपक्ष अनर्गल बयानबाजी कर रहा है. उपमुख्यमंत्री ने इस मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर में जिन दो कंपनियों का जिक्र किया गया है, उनमें मेरे परिवार या ससुराल का कोई सदस्य शामिल नहीं है. केवल चार कॉन्ट्रैक्ट मेरे पुत्र वधु को मिला, जिसके तहत 2019 में काम किया गया. वहीं, मेरे उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले योजना सम्पन्न हो चुकी थी. ऐसी स्थिति में मैं किस प्रकार डिप्टी सीएम के पदीय प्रभाव का इस्तेमाल कर सकता हूं ?
साजिश के तहत प्रकाशित की खबर
उन्होंने कहा, " प्रकाशित खबर में जिस प्रकार से तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर साजिश के तहत पेश किया गया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं इसका प्रतिकार करता हूं." वहीं, उन्होंने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता 5 करोड़ लेकर टिकट नहीं देने के मामले में आए कोर्ट के निर्णय और इसके बाद दर्ज हुई प्राथमिकी से जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं. विपक्ष के नेता को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार पर आरोप लगाने से पहले अपने इतिहास को भी देखना चाहिए. ताज्जुब इस बात की है कि भ्रष्टाचार के नींव पर खड़े होने वाले नेता प्रतिपक्ष दूसरे को जीरो टॉलरेंस का पाठ पढ़ा रहे हैं.
तारकिशोर प्रसाद ने कहा, " राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के चाल और चरित्र पर सवाल उठाने के पहले सदन के विरोधी दल के नेता को अपनी पार्टी के चाल चरित्र और चेहरा को भी गौर से देखना चाहिए. जिस सदस्य को बगल में बैठा कर वे आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, उस नेता की पृष्ठभूमि को भी ईमानदारीपूर्वक उन्हें देखना चाहिए. विरोधी दल के नेता द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) के कार्यकलापों पर सवाल उठाना उनकी राजनीतिक हताशा को दर्शाता है."
दिन में सपने ना देखें तेजस्वी
डिप्टी सीएम ने कहा, " नेता प्रतिपक्ष सत्ता में आने के लिए दिवास्वप्न देखना बंद करें. उन्हें सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए, अन्यथा उनको कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है. झूठे और निराधार आरोपों से न तो पंच कुछ देने वाले हैं, न ही परमेश्वर खुश होने वाले हैं. इसलिए विपक्ष को बिहार के विकास में सकारात्मक योगदान देना चाहिए."
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