पटनाः आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tejpratap Yadav) के खास दोस्त चैतन्य पालित (Chaitanya Palit) ने बीते दिनों उनके साथ पटना में खूब मस्ती की. उनकी ओर से सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर होने के बाद खबर भी बन गई. ऐसे में एबीपी न्यूज ने सीधे चैतन्य पालित से खास बातचीत की. इस दौरान चैतन्य ने एबीपी के सामने कई खुलासे भी किए. दावा किया कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को वह आरजेडी में लाएंगे.
दरअसल, चैतन्य पालित ने बीते बुधवार को फेसबुक पर तेजप्रताप यादव के साथ तस्वीर डाली और उसके साथ लिखा ‘हम होंगे कामयाब’. इस सवाल पर कि आखिर किस कामयाबी की ओर उनका इशारा है? इसपर चैतन्य ने कहा कि हमलोगों ने एक संगठन बनाया है, जिसका नाम है ‘छात्र जनशक्ति परिषद’. अभी तो संगठन की शुरुआत ही हुई है और उसी को मजबूत करना है. इसलिए मैंने लिखा है कि ‘हम होंगे कामयाब’. लालू प्रसाद यादव के हाथों को और मजबूत करना है.
हर कोई चाहता है एमपी और एमएलए बननाः चैतन्य
बातचीत में कांग्रेस के खिलाफ भी अपनी नाराजगी जाहिर की. कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी में था, लेकिन मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ कि मैंने विधानसभा चुनाव के समय ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मैं कांग्रेस की नीतियों से बहुत सहमत हूं, लेकिन खास कर जो लोग बिहार में बैठे हैं ऊपर लेवल पर उनकी नीतियां युवाओं को दबाने वाली हैं. जो युवा पार्टी के लिए काम करता है उनको आगे ना बढ़ाकर किसी और को जगह दे दी जाती है. हर कोई चाहता है कि एमपी और एमएलए बने. यह बिहार के कुछ नेताओं द्वारा किया जा रहा है.”
‘कांग्रेस में यूज एंड थ्रो वाला काम’
चैतन्य पालित ने कहा कि सात-आठ सालों में तक वह पार्टी के साथ काम करते रहे थे. इस दल में उन्होंने देख लिया है कि यूज एंड थ्रो वाला काम किया जा रहा है. उन्होंने खासकर बिहार के कुछ नेताओं पर आरोप लगाया. कहा कि उन्होंने 2020 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था. चैतन्य ने कहा, “मैं कांग्रेस का बंधुआ मजदूर नहीं था, इसलिए उसका विरोध भी किया. आप मेरा ट्विटर अकाउंट देख लीजिए. मैंने अपना तन मन और धन तीनों पार्टी के लिए समर्पित किया. शक्ति सिंह गोहिल से मैंने एक लाइन बस पूछी थी कि आपने मेरा टिकट क्यों काटा लेकिन उनके पास कोई जवाब नहीं था. इसका मतलब यही है कि अगर आप किसी के साथ गलत करेंगे तो आपका मुंह नहीं खुलेगा.”
लालू यादव से दिल्ली में हुई थी मुलाकात
उन्होंने कहा कि तेजप्रताप के दिल्ली आने के बाद लालू यादव से मुलाकत हुई थी. उनके पिता आरजेडी से विधायक थे. बहुत दिन हो गया था और लालू यादव की तबीयत खराब होने के बाद उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी. इसलिए वह मिलने के लिए भी चले गए थे. इस दौरान कुछ पुरानी बातें हुईं. हालांकि उनसे राजनीतिक मुद्दों पर कोई बात नहीं हुई. कहा कि मैं वैसे लोगों में से हूं जिसका दामन एक बार पकड़ा और वह जबतक धक्का मारकर नहीं निकाले तो मैं उसका साथ छोड़ने वाला नहीं हूं. मुझे कोई लालच या मोह नहीं है. तेजप्रताप डाउन टू अर्थ हैं. उनका व्यवहार मुझे काफी अच्छा लगता है. हर किसी का अपना दोस्त होता है. मैं उनके साथ था हूं और आगे भी रहूंगा. तेज प्रताप से मेरी काफी पुरानी दोस्ती है.
‘कांग्रेस में युवा कार्यकर्ता खुश नहीं’
चैतन्य पालित ने बातचीत में एबीपी से खुलासा किया और कहा कि कांग्रेस के कई युवा कार्यकर्ता अब पार्टी से खुश नहीं हैं. वह फोन करते हैं कि उन्हें आरजेडी ज्वाइन करना है. मैं उन सबको अब आरजेडी में लाउंगा. मेरी जगह पार्टी के किसी और कार्यकर्ता को टिकट मिलता तो मुझे अफसोस नहीं होता लेकिन ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया जिसका पार्टी में कोई योगदान नहीं रहा. चार से पांच साल बाद वह आता है और उसे टिकट दे देते हैं. ऐसे में पार्टी का नुकसान होना तय है.
यह भी पढ़ें-