पटना: आरेजडी सुप्रीमो लालू यादव की रिहाई को लेकर अभियान की शुरुआत करने वाले तेज प्रताप यादव ने सोमवार को एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीमार लालू यादव को षड्यंत्र के तहत झूठे मुकदमे में फंसाया गया. साजिश के तहत आज तक उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है. इस केस में जितने लोग थे सबको बेल मिल गया है. लेकिन मेरे पिता जिन्होंने गरीब की आवाज बनने का काम किया, जन-जन को आवाज दी उन्हें बंधक बना कर रखा गया.


लालू यादव की रिहाई तक चलाता रहूंगा अभियान


तेज प्रताप ने कहा कि लालू यादव कई दिनों से बीमार हैं फिर भी उन्हें जेल में रखा गया है. ऐसे में एक बेटा होने के नाते उन्होंने संकल्प लिया है वे लालू यादव की बात जन जन तक पहुंचाएंगे. उन्होंने कहा कि चाहे मेरी जान भी चली जाए, लेकिन मैं ये अभियान जारी रखूंगा. जबतक मेरे पिता जेल से निकल नहीं जाते तबतक ये आजादी पत्र लिखूंगा.


अखिलेश और प्रियंका से भी समर्थन की अपील


तेज प्रताप ने कहा कि उन्होंने लालू यादव ने गरीबों के लिए जो लड़ाई लड़ी वो लड़ाई हम जारी रखेंगे. हमारी बहन रोहिणी आचार्य जो सिंगापुर में हैं, उन्हें ये आयडीया पसंद आया है. ऐसे में वे भी हमारा साथ दे रही हैं. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी इस अभियान में हमारा साथ दें.


तेज प्रताप ने कहा कि उनकी बहन और आरजेडी की राज्य सभा संसद मीसा भारती कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से बात करेंगी और उनका समर्थन मांगेंगी. वहीं, अखिलेश यादव जो परिवार के सदस्य हैं, उनसे मैंने बात की है, वो हमारा समर्थन कर रहे हैं.


कोई दूसरा लालू नहीं हो सकता


तेज प्रताप यादव ने कई समाजसेवियों और स्वतंत्रता सेनानियों से तुलना करते हुए कहा कि जिस तरह चंद्र शेखर आज़ाद, सुखदेव, राजगुरु दोबारा नहीं पैदा हो सकते, उसी तरह लालू यादव भी कोई दोबारा नहीं बन सकता. एक बेटा और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैं अभियान जारी रखूंगा और कार्यकर्ताओं द्वारा लिखा हुआ पत्र खुद राष्ट्रपति को दूंगा. आखिर में उन्होंने आगे पिता के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कहा कि सरकार कम से कम भगवान से डरे और उनके पिता जी को रिहा करे.


तेज प्रताप ने की इस अभियान की शुरुआत


गौरतलब है कि आरजेडी नेता और हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव ने अपने पिता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की रिहाई के लिए एक अभियान की शुरुआत की है. वे अपने बीमार पिता लालू यादव को रिहा करवाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को कार्यकर्ताओं और लालू समर्थकों की ओर से लाखों पत्र भेजने वाले हैं. इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोमवार को पटना स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ़्रेन्स करके दी.


राष्ट्रपति को खुद सौंपेंगे पत्र


उन्होंने बताया कि वो 27 जनवरी को अपने पिता से मिलने दिल्ली जा रहे हैं. इसी दौरान वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे और रिहाई की मांग वाले पत्र उन्हें सौपेंगे. पीसी के दौरान उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि राष्ट्रपति ने इस मुलाकात के लिए उन्हें अभी वक्त नहीं दिया है. लेकिन, तेज प्रताप यादव कोशिश करेंगे की मुलाकात हो जाए.


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