(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Politics: तेज प्रताप ने की नए 'मुहिम' की शुरुआत, CM नीतीश से कहा- बहुत हुई शराबबंदी, अब ये करके दिखाइये
तेज प्रताप पहले भी पान मसाला पर बैन लगाने की मांग कर चुके हैं. वहीं, ऐसा करते हुए उन्होंने उन नेताओं को भी टारगेट किया है, जो पान मसाला खाते हैं. इसी क्रम में उन्होंने फिर एक बार ये मांग उठाई है.
पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Prohibition Law) लागू है. राज्य भर में शराब पीना, पिलाना, बेचना व रखना जुर्म के दायरे में आता है. हालांकि, कोई दिन ऐसा नहीं बीतता होगा जिस दिन कानून का उल्लंघन ना होता हो. ऐसे में विपक्ष अक्सर कानून की विफलता को लेकर सरकार पर हमलावर दिखता है. इसी क्रम में हसनपुर विधायक और आरजेडी (RJD) नेता तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधते हुए राज्य में शराबबंदी के साथ ही पान मसाला पर भी बैन लगाने को कहा है.
तेज प्रताप ने ट्वीट कर कही ये बात
तेज प्रताप ने सोमवार की देर रात ट्वीट कर कहा, " नीतीश चचा जी ये दारू बंदी बहुत हुई. अब जरा रजनीगंधा तुलसी भी बंद करवाइये . कहीं आप भी तो मुंह में रजनीगंधा और कदमों में दुनिया वाली बात पर यकीन नहीं कर रहे. मुहिम- बंद करो रजनीगंधा-तुलसी."
नीतीश चचा जी ये दारू बंदी बहुत हुई...अब जरा रजनीगंधा तुलसी भी बंद करवाये ..कही आप भी तो मुँह में रजनीगंधा और कदमो में दुनिया वाली बात पर यकीन नही कर रहे।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) April 11, 2022
मुहिम- बंद करो रजनीगंधा तुलसी
पहले भी मांग कर चुके हैं तेज प्रताप
बता दें कि ये पहली बार नहीं है. तेज प्रताप पहले भी पान मसाला पर बैन लगाने की मांग कर चुके हैं. वहीं, ऐसा करते हुए उन्होंने उन नेताओं को भी टारगेट किया है, जो पान मसाला खाते हैं. बीते साल जेडीयू (JDU) अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) का पान मसाला खाते हुए का एक तस्वीर वायरल हुआ था, जिस पर तेज प्रताप हमलावर दिखे थे और सीएम नीतीश से राज्य में शराब के साथ-साथ पान मसाला पर भी रोक लगाने की मांग की थी.
स्वास्थ्य विभाग ने लगाया था बैन
गौरतलब है कि बिहार में बीते साल फरवरी माह में स्वास्थ्य विभाग ने एक बार फिर तंबाकू से तैयार होने वाले सभी तरह के गुटखा और पान मसाले के उत्पादन, भंडारण, परिवहन, बिक्री और प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया था. ये प्रतिबंध पूरे एक साल के लिए लगाया गया था. विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश के बाद इस संबंध में आदेश जारी किया गया था.
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