वैशाली: मौजूदा समय में बिहार में दो-दो आपदाओं की मार झेल रहा है. कोरोना के साथ ही बाढ़ से त्राहिमाम मचा हुआ है. बाढ़ की वजह से लोग परेशान हैं. वहीं सरकारी व्यवस्था को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है. ऐसे में एक तरह जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कोसी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते दिखे, वहीं दूसरी तरफ पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने वैशाली जिले के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया है.
वैशाली जिले के सलेमपुर के लोग इन दिनों बाढ़ से बेहाल है. गंडक की दो धाराओं से घिरे इस इलाके का लालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने दौरा किया. तेज प्रताप ने नाव से इलाके का दौरा किया. बाढ़ग्रस्त इस इलाकों में घूम-घूमकर उन्होंने लोगों से मुलाकात की और उनकी आर्थिक मदद की. इस दौरान उन्होंने इलाके में लालू की रसोई का बैनर लगवा कर लोगों के खाने का भी इंतजाम किया गया. वहीं तेज प्रताप ने खुद लोगों को खिचड़ी खिलाई.
इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि " इनका सिस्टम पूरी तरह से फेल है. पूरी बिहार की जनता बेहाल है. मैं बाढ़ पीड़ितों से मिलकर आ रहा हूं. जब मैंने उनसे पूछा कि सरकार की तरफ से आपके लिए क्या व्यवस्था की गई है तो उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. पॉलीथिन शीट नहीं मिल रहा, न खाना मिल रहा, ना सही तरीके से इलाज हो रहा. सरकार की ओर जो व्यवस्था करनी चाहिए थी वो नहीं की गई है. सरकार के लोगों कोरोना हो रहा है. जब उन्हें कोरोना हो रहा तो आम जनता तो आम है. वह पूरी तरह से मार झेल रही है. बहुत से लोग मर रहे हैं. तो ऐसे में सरकार को चाहिए कि सजग होकर के चीजों को नियंत्रण में करें, लेकिन वो ऐसा नहीं कर रही.
सुशांत खुदकुशी मामले में तेज प्रताप ने कहा कि " मामले में निष्पक्ष रूप से सीबीआई जांच होनी चाहिए. सुशांत सिंह फेमस हीरो और बिहार का स्तंभ था. लेकिन वहां की सरकार और पुलिस बिहार पुलिस की टीम जो जांच करने गयी है , उसके साथ दुर्व्यवहार कर रही है. शुरू से महाराष्ट्र सरकार बिहारियों के साथ ज्यादती करती आई है. इस परिस्थिति में उनलोगों को जांच कर रिपोर्ट को सामने लाना चाहिए. सुशांत ने फांसी नहीं लगाई है उसका मर्डर किया गया है. ऐसे में जो बॉलीवुड के अपराधी है उनपर कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजना चाहिए, कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए."