पटना: राजधानी पटना के कंकड़बाग इलाके में सोमवार (21 अगस्त) को वन विभाग एक पार्क का लोकार्पण करने जा रहा है. इस पार्क के नाम को लेकर सियासी जंग छिड़ गई है. वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) पर बीजेपी आरोप लग रही है कि उन्होंने पार्क का नाम बदल दिया है. वहीं कहा यह भी जा रहा है कि नाम बदला ही नहीं गया है बल्कि पार्क का नाम पहले से कोकोनट ही था. इस मामले में सच्चाई जानने की कोशिश की गई तो कई चीजें सामने आईं.


नाम को लेकर नित्यानंद राय ने दी तीखी प्रतिक्रिया


पार्की के नाम को लेकर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी हिंदुस्तान और बिहारियों के दिल में हैं. पार्क का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम को धूमिल करना चाहते हैं. नाम बदल कर देखिए बिहार की जनता किस प्रकार से आप से पूछती है कि आपने कितना बड़ा अपराध किया है. यह बदलाव बड़ा बदलाव है. भारत रत्न हैं वो और नाम बदलना घोर आपत्तिजनक है. अगर नहीं रोका गया तो तेजस्वी यादव भी एक दिन नाम आपका नाम बदल देंगे. नीतीश कुमार से आग्रह है कि नाम नहीं बदला जाए. जो है वही रहने दिया जाए.


वहीं बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि बिहार में दोरंगी सरकार है. एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि देते हैं और दूसरी ओर उनकी ही सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव पार्क का नाम बदल रहे हैं. बीजेपी उसका कड़ा विरोध करती है.


क्या है सच्चाई?


दरअसल, जिस पार्क के नाम को लेकर सियासत हो रही है उसका नाम पहले से कोकोनट पार्क था, लेकिन 2018 में अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद यहां उनकी मूर्ति लगाई गई थी और नाम अटल पार्क रखा गया था. यह पार्क पहले पटना नगर निगम के अंतर्गत था. वन विभाग को नगर विकास विभाग की ओर से इसे 2021 में सौंपा गया था. नाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.


बता दें कि तेज प्रताप यादव लगातार पटना में पार्कों का उद्घाटन कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही उन्होंने राजेंद्र नगर में उद्घाटन किया था. कंकड़बाग में भी पार्क का उद्घाटन कर चुके हैं. अब एक बार फिर कंकड़बाग में ही पार्क के लोकार्पण पर नाम को लेकर सियासत होने लगी है.


वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि कोकोनट पार्क तो शुरू से नाम है. कोई नाम नहीं बदला गया है. बीजेपी का तो यही काम ही है.


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