पटना: बिहार के छपरा में बीते साल जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई थी. इसको लेकर अभी मुआवजे की मांग जारी है. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में शामिल जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने मांग की है कि गुजरात मॉडल (Gujarat Model) पर बिहार में शराबबंदी लागू हो. इन सबको लेकर बिहार में राजनीति जारी तो वहीं बिहार सरकार के मंत्री और आरजेडी विधायक तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने चेतावनी दी है कि वह जरूरत पड़ी तो आंदोलन पर उतर जाएंगे. तेज प्रताप यादव ने बुधवार को मीडिया में बयान दिया है.


बुधवार को मीडिया के सवाल पर कि जीतन राम मांझी कह रहे हैं कि गुजरात मॉडल पर बिहार में शराबबंदी लागू होनी चाहिए. इस पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि शराबबंदी पूरी तरीके से लागू रहेगी. कोई शराब पीकर मरेगा तो उसको कोई मुआवजा नहीं मिलेगा. इसके लिए हम आंदोलन भी करेंगे. तेज प्रताप यादव ने यह भी कहा कि उन्हें जो भी शराब पीते दिखा या मिल गया उसको वह खुद जेल भेज देंगे. वह अपनी गाड़ी में बैठा कर जेल भेजेंगे.


वहीं तेज प्रताप यादव ने सीएम नीतीश कुमार की यात्रा पर कहा कि वह निकलेंगे तभी सब कुछ देख पाएंगे. जो भी योजनाएं हैं कितनी जमीन पर उतरी है यह जान पाएंगे. बाहर गए बिना आप कुछ जान नहीं सकते हैं.


'आनन-फानन में बनाई जाती है जहरीली शराब'


बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी लगातार शराबबंदी को लेकर बयान देते रहते हैं. कई बार उन्होंने कहा है कि इस पर समीक्षा होनी चाहिए. हाल ही में उन्होंने यह बयान दिया है कि बिहार में शराबबंदी गुजरात मॉडल के अनुसार हो. शराब नहीं मिलने से आनन-फानन में जहरीली शराब बनाई जाती है. इसे पीकर लोग मरते हैं.


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