पटना: राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में शनिवार को सर्वदलीय बैठक सम्पन्न हुआ. बैठक में सभी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया. नेता प्रतिपक्ष तजस्वी यादव भी बैठक में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि विपक्षी दल पिछले एक साल से सदन में, मीडिया के जरिए, पत्रों के माध्यम से लगातार सरकार को कोरोना प्रबंधन और महामारी से निपटने के लिए सुझाव देते आ रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन पर कभी अमल नहीं हुआ. 


सरकारी व्यवस्थाओं की खुल चुकी है पोल


बैठक के दौरान उन्होंने कहा, "मौजूदा समय में सरकार की व्यवस्थाओं की पोल पूरी तरह से खुल चुकी है. सरकार अपनी सारी विफलताएं दूसरे के माथे मढ़, पाप में सबको भागीदार बनाना चाहती है. इसलिए अब विपक्षी दलों को याद किया गया है. अगर सरकार विपक्ष के सकारात्मक सुझावों और सरोकारों को नहीं सुनती है, तो ऐसी बैठकों का क्या मतलब है?"


तेजस्वी ने सरकार को दिए कई सुझाव


सरकार पर निशाना साधने के साथ ही तेजस्वी ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए सरकार को कई सुझाव दिए हैं. उन्होंने कहा कि एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाए जिसमें एक्सपर्ट्स और तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हों. ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की निर्बाध सप्लाई चेन सुनिश्चित की जाए और उसकी कालाबाजारी पर कठोर कार्रवाई की जाए.


कोरोना जांच की व्यवस्था को बनाया जाए सुगम और सुलभ
 
उन्होंने कहा कि मोबाइल टीकाकरण की व्यवस्था की जाए ताकि लोगों के घरों या मोहल्लों में जाकर बग़ैर संक्रमण के रिस्क के साथ टीका लगाया जा सके. अस्पतालों में टीकाकरण और जांच की व्यवस्था अलग-अलग परिसरों में की जाए ताकि संक्रमण फैलाव का रिस्क न्यूनतम हो सके. कोरोना जांच की व्यवस्था को सुगम और सुलभ बनाया जाए. 


तेजस्वी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना आंकड़े जारी करने पारदर्शिता बरते. पूरे राज्य के लिए एक इंटेग्रेटेड डाटाबेस सिस्टम बनाया जाए जिसपर सारी जानकारी तुरंत अपलोड हो. कोविड वार्ड में मरीज़ों के अटेंडेंट के प्रवेश को वर्जित कर अस्पताल में एक अलग जगह सीसीटीवी फ़ुटेज से उनको देखने की व्यवस्था की जाए. फ़ोन पर यह व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए. कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों का निर्माण प्रमंडल स्तर पर किया जाए.


आरजेडी कार्यालय और तेजस्वी आवास का इस्तेमाल करे सरकार


उन्होंने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स जिसमें अधिकारी, कर्मी, चिकित्सक, नर्स, पारामेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी तथा संविदा कर्मी आदि को तीन महीनों का एडवांस वेतन दिया जाए और सेवापरांत मृत्यु होने पर कम से कम 50 लाख की आर्थिक सहायता और उनके परिवार को एक सदस्य को तुरंत सरकारी नौकरी दिया जाए. जरूरत पड़ने पर हमारे पार्टी कार्यालय, मेरे सरकारी आवासीय परिसर का भी सरकार उपयोग कर सकती है.
 
तेजस्वी ने कहा कि जिस प्रकार चुनाव के वक्त आप लोग कैम्पेन मोड में रहते हैं, उसी प्रकार टेस्टिंग और ट्रीटमेंट को भी कैम्पेन मोड में चलाया जाए.


यह भी पढ़ें - 


बिहारः घर में नहीं है जगह तो जाएं नजदीकी आइसोलेशन सेंटर, यहां देखें-  कौन सा सेंटर है आपके नजदीक


लालू यादव की जमानत पर CM नीतीश कुमार का आया रिएक्शन, जानें क्या कहा है