हाजीपुर: पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी का साथ देने का फैसला किया है. बिहार-झारखंड में सहयोगी पार्टी कांग्रेस का बंगाल में साथ छोड़कर आरजेडी ने टीएमसी को अनकंडीशनल सपोर्ट करने की बात कही है. ऐसे में कांग्रेस नेता भले ही तेजस्वी को कुछ नहीं कह रहे, लेकिन अन्य विपक्षी दल के नेेता उनके इस फैसले को हास्यास्पद बताने लगे है.


बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से किनारा करने वाली आरएलएसपी के सुप्रीमो ने तेजस्वी के फैसले को अटपटा बताया है. बीते दिनों बिहार के हाजीपुर पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बंगाल में कांग्रेस का हाथ झटकने वाले तेजस्वी यादव शायद भूल गए हैं कि पश्चिम बंगाल के पड़ोसी राज्य झारखंड में वो कांग्रेस के साथ सरकार में हैं. उन्होंने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि एक स्टेट में एक साथ और बगल के स्टेट में अलग. ये निश्चित रूप से अटपटी बात लगती है.


गौरतलब है कि लालू यादव की पार्टी आरजेडी असम और पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है. पार्टी असम में बदरुद्दीन अजमल और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में तेजस्वी यादव चार दिवसीय दौरे पर असम और पश्चिम बंगाल गए हुए थे.


पश्चिम बंगाल और असम दौरे से वापस पटना लौटे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दोनों राज्यों में चुनाव लड़ने को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को अनकंडीशनल सपोर्ट देने के लिए हम तैयार हैं. वहीं, उन्होंने यहां तक कहा कि प्रचार के लिए हम बंगाल जाएंगे और ममता बनर्जी के लिए वोट मांगेंगे.


यह भी पढ़ें -


विधान परिषद में भड़के CM नीतीश, RJD एमएलसी को कहा- हम सब समझ रहे, आप क्यूं...



RLSP और जेडीयू के विलय को लेकर उपेंद्र कुशवाहा का बड़ा बयान, जानें- क्या कहा?