पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र का 14वां दिन हंगामेदार रहा. विपक्ष ने सूबे में लागू शराबबंदी कानून की असफलता का मुद्दा सदन में उठाया और जमकर हंगामा किया. इस दौरान आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने तो ये तक दावा कर दिया कि सदन में बैठे कुछ नेता और अधिकारी ऐसे हैं, जो रात में शराब नहीं पिएं, तो उन्हें नींद नहीं आती है. बिहार में ये कैसी शराबबंदी है कि थाने में शराब बिक रही है.
सदन की कार्यवाही करनी पड़ी स्थगित
शराबबंदी कानून को लेकर किए जा रहे हंगामे की वजह से सदन की पहली पाली की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. लेकिन दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू होते ही, फिर विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया और सीएम नीतीश से शराबबंदी कानून की असफलता पर सदन में स्पष्टीकरण की मांग की. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार के एक मंत्री के कैंपस से शराब की बरामदगी की बात कही.
सीएम नीतीश दें जवाब
तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश को जवाब देना चाहिए कि आखिर उनके मंत्री के कैंपस से शराब कैसे बरमाद हुई? उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के मंत्री रामसूरत राय के कैंपस से शराब बरामद हुई है. इस पर नीतीश कुमार सदन में जवाब दें. यह अति महत्वपूर्ण विषय है. सत्ता में जो लोग हैं, वह इस पर जवाब देने से भाग रहे हैं.
अखबार में छपी है यह खबर
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि सदन चले, हंगामा नहीं हो. लेकिन हमें जवाब मिलना चाहिए कि मंत्री जी पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? हमने मंत्री पर कोई आरोप नहीं लगाया है, यह खबर अखबार में छपी है. इसलिए हम सीएम नीतीश से जवाब मांग रहे हैं. जब बिहार में शराब बंद है, तो उसकी बिक्री कैसे हो रही है?
वहीं, विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि वे इस मसले पर विशेष चर्चा कराने को तैयार हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने सोमवार को शराबबंदी कानून को लेकर सभी पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलायी है. इस बैठक में ये तय किया जायेगा कि शराबबंदी पर सदन में बहस की जाए या नहीं.
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